नोएडाॉ। सेक्टर 39 स्थित कोविड अस्पताल सहित जिले के स्वास्थ्य केन्द्रों पर कोविड के उपचार और प्रबंध को मंगलवार को मॉक ड्रिल के माध्यम से परखा गया। निदेशक नर्सिंग डा. एसके नंदा ने जनपद की नौ स्वास्थ्य इकाइयों का मौका मुआयना किया और वहां उपलब्ध व्यवस्थाओं को परखा। मॉक ड्रिल में बेड, दवा, ऑक्सीजन प्लांट, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर एंबुलेंस सहित अन्य व्यवस्थाओं की जांच की।
गौतमबुद्ध नगर में कोरोना से निपटने की तैयारियों को लेकर नोएडा के सेक्टर 39 स्थित नोएडा कोविड अस्पताल, सेक्टर 24 स्थित कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी), ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा अस्पताल, राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स), नोएडा के सेक्टर 30 स्थित चाइल्ड पीजीआई के अलावा बिसरख, जेवर, दादरी और भंगेल स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। मॉक ड्रिल के दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने स्वास्थ्य संस्थानों का निरीक्षण किया। वहीं, नोएडा के सेक्टर 39 स्थित नोएडा कोविड अस्पताल में डा. एसके नंदा ने निरीक्षण किया। इस दौरान औषधियों की उपलब्धता, कोविड बचाव एवं रोकथाम के लिए अन्य प्रबंधन के साथ-साथ बेड तक होने वाली ऑक्सीजन सप्लाई का भी निरीक्षण किया और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए। उन्होंने कोविड से निपटने की तैयारियों पर संतुष्टि जाहिर की।
उन्होंने गौतमबुद्ध नगर के निवासियों से अपील की कि कोरोना से बचाव के लिए वह सतर्कता बरतें। बाजार, मॉल्स और भीड़-भाड़ वाले अन्य स्थानों पर मास्क अवश्य लगाएं और कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन करें। उन्होंने कहा – कोरोना से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयार है। सभी तैयारियों पूरी हैं।
स्वास्थ्य विभाग अलर्ट : सीएमओ
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील कुमार शर्मा ने बताया – गौतमबुद्ध नगर में कोरोना के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने एक कमांड कंट्रोल रूम की भी स्थापना की है। इस कमांड कंट्रोल रूम के माध्यम से कोरोना के बढ़ते मामलों पर ध्यान रखा जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने 18004192211 हेल्प लाइन नंबर भी जारी कर रखा है। किसी भी मरीज को परेशानी होने की स्थिति में इस हेल्पलाइन से मदद ली जा सकती है।
सीएमओ ने बताया शासन के निर्देश पर बीच-बीच में कोरोना को लेकर की गयी तैयारियों को परखा जाता है। जिसमें आईसीयू, ऑक्सीजन वेंटिलेटर, दवा और बेड सहित उपचार की व्यवस्था देखी जाती है। यदि इस दौरान किसी तरह की कमी नजर आती है तो उसे समय रहते दूर किया जाता है। इसी क्रम में मंगलवार को भी मॉकड्रिल की गयी।