नोएडा। उत्तर प्रदेश विधान परिषद की संसदीय अध्ययन समिति के सभापति सुरेंद्र चौधरी की अध्यक्षता में शनिवार को विकास भवन गाजियाबाद के दुर्गावती देवी सभागार में गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद एवं बागपत के अधिकारियों के साथ बैठक हुई।
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बैठक में वर्तमान सरकार के गठन के पश्चात् से अब तक ग्राम्य विकास, नगर विकास, लोक निर्माण विभाग, पंचायती राज विभाग, सिचाई विभाग, प्राविधिक एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, ऊर्जा विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, गृह विभाग, समाज कल्याण विभाग, राजस्व विभाग, आबकारी विभाग, पशुपालन विभाग गन्ना विभाग, बेसिक शिक्षा विभाग, पर्यावरण विभाग सहकारिता विभाग, दुग्ध विकास विभाग, खाद्य एवं रसद, भूतत्व एवं खानिजकर्म, होमगार्ड, कारागार, आयुष विभाग, आर्युवेद यूनानी होम्योपैथ, पर्यटन विभाग, विद्युत सुरक्षा विभाग, ग्रामीण अभियंत्रण, व्यापार कर व सांस्कृतिक विभाग के जनप्रतिनिधियों के कितने पत्र प्रत्येक विभागों में प्राप्त हुए तथा उन पत्रों को निस्तारण कब-कब किया गया है, विधान मण्डल सदस्यों को जिला स्तर पर अनुमन्य प्रोटोकॉल की सुविधा तथा सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराये जाने के संबंध में विचार- विमर्श किया गया।
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उक्त सभी विषयों पर गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद एवं बागपत के अधिकारियों ने सभापति को अवगत कराया कि उनके विभागों के प्राप्त जनप्रनिधियों तथा सदस्यों के पत्रों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के संबंध में प्राथमिकता के आधार पर कार्यवाही की गयी। प्राप्त पत्रों में अधिकांश पत्रों को निस्तारण कर प्रतिनिधि को अवगत करा दिया गया है । शेष पत्र जिनका विभागीय स्तर पर निस्तारण कर पाना सम्भव नहीं था, उन्हें उच्चाधिकारी को प्रेषित कर दिये गये हैं और संबंधित प्रतिनिधियों को अवगत करा दिया।
सभापति ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी अपने सीएचसी व पीएचसी सेन्टरों का निरीक्षण करते हुए जांच करें कि वहां मरीजों को स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं में कोई समस्या तो नहीं है, साथ ही दवाईयों की सूची चस्पा होनी अनिवार्य है। यदि सूची चस्पा नहीं है तो उसे चस्पा कराया जाएं। उन्होंने राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि राजस्व से संबंधित मामलों को गम्भीरता से लिया जाएं, जिससे की आम जन का शोषण न होने पाएं। उन्होंने पशुपालन अधिकारी को निर्देशित किया कि निराश्रित गौवंशों का संरक्षण व सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने शिक्षा अधिकारियों से कहा कि समय—समय पर विद्यालयों की जांच कर विद्यार्थियों को मिलने वाली सुविधाओं की गुणवत्ता परखी जाए। उन्होंने दुग्ध विकास एवं खाद्य अधिकारियों से कहा कि त्यौहारों एवं पर्वों पर ही नहीं, अपितु समय—समय पर भी खाद्य पदार्थों की जांच की जाए, किसी भी परिस्थिति में उपभोक्ताओं को मिलावटी भोज्य पदार्थ का उपभोग ना करना पड़े, इसका ध्यान रखना जरूरी है ।
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बैठक में सभापति ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित सभी योजनाओं को शत—प्रतिशत धरातल पर उतारा जाए। इसके लिए समय—समय पर विशेष जागरूकता अभियान चलाते हुए और योजनाओं का प्रचार करते हुए अंतिम पात्र व्यक्ति तक लाभ पहुंचाया जाए।
बैठक में समिति से हंसराज विश्वकर्मा, श्रीचन्द शर्मा, अपर निजी सचिव विकास यादव, समीक्षा अधिकारी सौरभ दीक्षित व गौतम बुद्ध नगर से डीएम मनीष कुमार वर्मा, गाजियाबाद से डीएम दीपक मीणा, एडीएम ई रणविजय सिंह, जीडीए वीसी राजेश सिंह, एडीएम एल/ए विवेक मिश्र, एडीएम एफ/आर सौरभ भट्ट, एडीएम सिटी गंभीर सिंह, अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट संतोष कुमार उपाध्याय सहित अन्य सभी प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।