मुजफ़्फरनगर। कोर्ट से पेशी से वापस जेल आये एक बंदी की हालत बिगड गई, जिसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। शरीर पर चोट के निशान होने के कारण परिजनों ने जेल प्रशासन पर पीटकर हत्या करने का आरोप लगाया है। एक माह में चार बंदियों की मौत होने से जेल प्रशासन सवालों के घेरे में आ गया है।
जानकारी के अनुसार जिला कारागार में बंद बन्दी इरफान उर्फ बिट्टू मौहल्ला चौड़ जुमा मस्जिद जानसठ निवासी जो खतौली थाने से आर्म्स एक्ट, चोरी के मामले में जेल में बन्द था तथा न्यायालय में आज पेशी पर गया था, जहां से आने के बाद उसकी तबियत बिगड़ी और आनन-फानन में उसको जिला चिकित्सालय भिजवाया, जहाँ चिकित्सकों ने जांच के बाद उसको मृत घोषित कर दिया।
बन्दी की मौत किस कारण की वजह से हुई पोस्टमार्टम के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी। फिलहाल बंदी की मौत से हडकंप मचा हुआ है। मृतक के शरीर पर चोट के निशान होने की बात कहकर परिजनों ने पीटकर हत्या करने का आरोप लगाया है। मृतक इरफान के अधिवक्ता भाई अमजद ने जानकारी देते हुए बताया कि हमे आज दोपहर करीब 2 बजे जेल से फोन करके जानकारी दी गई कि इरफान की मौत हो गई है। सूचना पर हम लोग पहले जेल पहुंचे और फिर वहां से अस्पताल पहुंचे।
चिकित्सकों से बातचीत करने के दौरान मालूम हुआ कि जिस वक्त इरफान को अस्पताल लाया गया, उससे पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी। इरफान को जिला अस्पताल में मृत अवस्था में लाया गया था। मृतक बंदी इरफान उर्फ बिट्टू का वकील भाई अमजद घटना के बारे में जानकारी देते हुए अमजद ने बताया कि इरफान के शरीर पर चोट के निशान हैं, शरीर में कई जगह नीले निशान हैं। आंखों में भी खून दिखाई पड़ रहा है। ऐसा लग रहा है कि उसकी बुरी तरह से पिटाई की गई है। अमजद ने ये भी बताया कि उन्होंने इस संबंध में जिलाधिकारी से फोन पर बात करनी चाही, लेकिन उनका फोन रिसीव नहीं हुआ। अमजद ने पूरे मामले की उच्च स्तरीय एवं निष्पक्ष जांच मांग करते हुए कहा कि हमे इंसाफ मिले।
इस संबंध में जेल अधीक्षक अभिषेक चौधरी ने बताया कि चोरी के एक मामले में जेल में बंद करीब 40 वर्षीय इरफान को आज पेशी के लिए अदालत में भेजा गया था, वापस आने के बाद उसने घबराहट की शिकायत की थी, जिसे तुरंत अस्पताल भेजा गया, जहां उसकी मौत हो गई।
इस सम्बंध में एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि जिला जेल से बंदी इरफान उर्फ बिट्टू को पेशी के लिये कचहरी स्थित हवालात लाया गया था, जहां उसने तबीयत खराब होने की बात कही, जिस पर तत्काल उसे जिला जेल के अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन हालत बिगड़ने पर जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया, जहां पर जांच के उपरान्त चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।