Tuesday, May 6, 2025

आक्रांताओं ने हमारे आपसी मतभेदों का फायदा उठाया – मोहन भागवत

कानपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने सोमवार को नवनिर्मित संघ भवन और भीमराव अंबेडकर सभागार का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम आपसी मतभेदों में उलझ गए और इसका विदेशी आक्रांताओं ने फायदा उठाया। मोहन भागवत ने कहा, ” संघ केवल अपने लिए नहीं बल्कि समाज के लिए काम करता है, देश के प्रत्येक व्यक्ति के लिए काम करता है।” भागवत ने विशाल जनसमूह की ओर देखते हुए कहा,” यहां उत्सव का वातावरण कई बार आया, लेकिन इतनी भीड़ कभी नहीं देखी।”

 

[irp cats=”24”]

उन्होंने आगे कहा कि अपने समाज में लोग पिछले दो हजार वर्षों से आपसी स्वार्थों में लगे रहे, आपसी मतभेद भी रहे। इसके कारण विदेशी आक्रांताओं ने हमको पीटा और फायदा भी उठाया। संघ समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलता है और यह कार्यालय समाज में चल रहे अच्छे कार्यों को जोड़ने का केंद्र बनेगा। मोहन भागवत ने कहा कि बाबा साहेब को जीवन में बड़ी विषमताओं का सामना करना पड़ा। उन्होंने बचपन से ही विषमता का सामना किया। उन्होंने जीवन भर समाज को एकजुट करने के लिए प्रयास किए।

 

 

 

संघ प्रमुख की 15 तथा 16 अप्रैल को संघ के छह आयाम में से एक सेवा विभाग के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक होगी। इसमें पर्यावरण, सामाजिक समरसता के प्रांत स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ अलग-अलग समय पर बैठक होगी। वह 15 अप्रैल को कानपुर के पूर्व भाग कोयला नगर और 16 अप्रैल को निराला नगर की शाखा में रहेंगे।

 

मुजफ्फरनगर में बैंक में साथ काम करने वाली मुस्लिम युवती व हिन्दू युवक के साथ खालापार में मारपीट, छः गिरफ्तार

इसके बाद 17 अप्रैल को संघ की प्रांत कार्यकारिणी के साथ, संघ शताब्दी वर्ष में संघ के पंच परिवर्तन, नागरिक कर्तव्य, पर्यावरण के अनुकूल जीवनशैली, सामाजिक समरसता, पारिवारिक मूल्य, स्वबोध जैसे विषयों पर चर्चा करेंगे और प्रांत में उस दिशा में बढ़ रहे कार्यों की समीक्षा करेंगे। कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि नवनिर्मित चार मंजिल के संघ भवन को काफी अच्छे ढंग से बनाया गया है। भवन के बेसमेंट में पार्किंग के अलावा एक बड़ी लाइब्रेरी की स्थापना भी की गई है। पूरी बिल्डिंग में वेंटिलेशन का ध्यान रखा गया है। जगह-जगह खिड़कियां बनाई गई हैं। दिन में बिल्डिंग में लाइट जलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

- Advertisement -

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

Related Articles

STAY CONNECTED

80,337FansLike
5,552FollowersFollow
151,200SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय