Sunday, April 13, 2025

मुजफ्फरनगर के अखिल गुप्ता हत्याकांड का मुख्य आरोपी 10 साल बाद नोएडा से हुआ गिरफ्तार

मुजफ्फरनगर । थाना नई मंडी क्षेत्र में जानसठ रोड निवासी अखिल गुप्ता दूध व्यवसायी थे। 2015 में गंगा प्लाजा स्थित दुकान से स्कूटर पर सवार होकर घर लौट रहे थे। देर शाम महालक्ष्मी एनक्लेव के पास हमलावरों ने गोली मारकर अखिल की हत्या कर दी थी। आसाराम बापू के रसोइया अखिल गुप्ता की हत्या की साजिश रचने का आरोपी तामराज उर्फ ताम्रध्वज उर्फ महावीर को गुजरात पुलिस ने नोएडा से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी नाम बदलकर रह रहा था। पुलिस को पिछले 10 साल से उसकी तलाश थी। दस साल पहले अखिल गुप्ता की हत्या की साजिश तामराज ने रची थी।

 

मुज़फ्फरनगर में नाई के साथ मारपीट कर दुकान में की तोडफ़ोड़, जान से मारने की धमकी देने का लगाया आरोप

 

शहर के जानसठ रोड के गीता एंक्लेव निवासी अखिल गुप्ता दूध का व्यवसाय करते थे। 11 जनवरी 2015 को गंगा प्लाजा स्थित दुकान से स्कूटर पर सवार होकर अपने घर लौट रहे थे। महालक्ष्मी एनक्लेव के पास दो बाइक पर आए हमलावरों ने अखिल की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
गुजरात के कार्तिक हल्दर ने मीरापुर के गांव कासमपुर खोला निवासी नीरज, सीतापुर जिले के सिंघौली निवासी राहुल उर्फ अंकित उर्फ सूरज, तामराज, प्रवीण, वकील और बलबीर के साथ मिलकर हत्या की थी। पुलिस अभी तक तामराज को नहीं पकड़ सकी थी।
तामराज उर्फ ताम्रध्वज उर्फ महावीर पुत्र हरिराम छत्तीसगढ़ के जिला राजनाथगांव के गांव बडसूम का रहने वाला है। पुलिस जांच में सामने आया है कि वह नोएडा में नाम बदलकर रह रहा था। नई मंडी कोतवाली पुलिस ने आरोपी प्रवीण शिवाजी को दो साल पहले गिरफ्तार किया था।

यह भी पढ़ें :  तीन संगठनों ने हुर्रियत का साथ छोड़ा, अमित शाह बोले - यह भारत के संविधान में लोगों का विश्वास

 

भाकियू आज भाजू कट से शामली कलेक्ट्रेट तक करेगी पैदल मार्च, राकेश टिकैत रहेंगे मौजूद

 

पुलिस ने प्रकरण में अलग-अलग आरोप पत्र दाखिल किए थे। प्रकरण की सुनवाई मुख्य पॉक्सो कोर्ट में चल रही है। अभी तक सिर्फ एक गवाह की गवाही हुई है। गवाह पत्रकार विजय सैनी की गवाही अभी तक नहीं हो सकी है। सुनवाई के लिए 19 मार्च नियत है।
सूरत की दो बहनों ने आसाराम और उनके बेटे नारायण साईं पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। पीड़िताओं का आरोप था कि वर्ष 1997 से 2006 के बीच आसाराम के आश्रम में यौन उत्पीड़न के समय रसोइये अखिल और उसकी पत्नी भी आश्रम में मौजूद थे। 20 अक्तूबर 2013 को गुजरात पुलिस विमान से दंपती को अहमदाबाद ले गई थी। लंबी पूछताछ के दौरान अखिल सरकारी गवाह बन गया था।

 

 

 

शहर निवासी अखिल गुप्ता वर्ष 1997 में संत आसाराम का भक्त बना था। कुछ दिन बाद ही आसाराम ने उसे अपना रसोइया बना लिया। आश्रम में छत्तीसगढ़ के रायपुर की सेवादार वर्षा से अखिल गुप्ता ने शादी कर ली थी। वर्ष 2008 में अखिल और वर्षा ने आश्रम छोड़ दिया था। इसके बाद वह शहर में ही रहकर दूध का व्यवसाय करने लगा था।

- Advertisement -

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

Related Articles

STAY CONNECTED

76,719FansLike
5,532FollowersFollow
150,089SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय