श्रीनगर। नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख डॉ. फारूक अब्दुल्ला आज दशहरा उत्सव में आंध्र प्रदेश के पंडितों के साथ शामिल हुए और कहा कि जम्मू-कश्मीर में नई सरकार कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास और कश्मीर वापसी के लिए काम करेगी।
डॉ. फारूक ने कहा कि मैं आज इस कार्यक्रम का हिस्सा बनकर खुश हूं। मैं पांच साल तक सांसद रहा हूं लेकिन कभी मुझे इस कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया गया। आज मुझे आमंत्रित किया गया है और मैं यहां हूं। उन्होंने कहा कि नई सरकार कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास और कश्मीर में उनके पैतृक घरों में वापसी सुनिश्चित करेंगी। उन्होंने कहा कि हम जम्मू-कश्मीर में रहने वाले बौद्धों, डोगरा, कश्मीरियों और जम्मू-कश्मीर में रहने वाले किसी भी व्यक्ति और समुदाय को साथ लेकर चलेंगे। हम चाहते हैं कि कश्मीरी पंडित वापस लौटें और फिर से धार्मिक जीवन जीएं । मुझे लग रहा है कि अब समय आ गया है कि उन्हें वापस लौटना चाहिए।
जम्मू के लोगों को संदेश देते हुए डॉ. फारूक ने कहा कि जम्मू के लोगों को पता होना चाहिए कि हम उनके दुश्मन नहीं हैं। हम सुशासन की दिशा में अपने अभियान में उन्हें साथ लेकर चलेंगे। उन्होंने कहा कि शेर-ए-कश्मीर का इरशाद, हिंदू, मुस्लिम, सिख इत्तेहाद, हम इसी नारे में विश्वास करते हैं। इसका मतलब सभी संप्रदायों को एक साथ रखना है।