नई दिल्ली। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि सीजीएचएस के तहत कवर किए गए शहरों की संख्या साल 2014 में 25 थी, जो बढ़कर 2023 में 80 हो गई। पिछले नौ सालों में सीजीएचएस शहरों की संख्या तीन गुना से अधिक हो गई है। आने वाले दिनों में इस सुविधा का 100 शहरों तक विस्तार किया जाएगा।
डॉ. मांडविया शुक्रवार को अलकनंदा, रोहिणी सेक्टर-16, वसंत विहार में तीन सीजीएचएस वेलनेस सेंटर के साथ-साथ एनआईटी और आरडी में एक रोबोटिक यूनिट के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि देश में 341 सीजीएचएस वेलनेस सेंटर 44 लाख लाभार्थियों को सेवा दे रहे हैं और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टीबी एंड रेस्पिरेटरी डिजीज (एनआईटी एंड आरडी) में तीन सीजीएचएस वेलनेस सेंटर और रोबोटिक यूनिट की स्थापना से उनकी स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सर्जरी की आवश्यकता वाले तपेदिक से पीड़ित रोगियों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए रोबोटिक सर्जरी उन्हें सही देखभाल प्रदान करने में सहायक होगी। देश के अंतिम छोर तक सुलभ और किफायती स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना हमारा लक्ष्य है और एक स्वस्थ राष्ट्र की नींव है। उन्होंने कहा कि दुनिया में निर्धारित 10 में से 4 दवाएं भारत में बनी जेनेरिक दवाएं हैं। जन औषधि दवाएं सीजीएचएस कल्याण केंद्रों में भी प्रदान की जाती हैं। भारत में 1.6 लाख से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्थापित हैं, प्रत्येक 10,000 लोगों पर 1 आरोग्य मंदिर जनता को समग्र उपचार प्रदान करता है।
इस कार्यक्रम में राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार, मंत्री डॉ. मीनाक्षी लेखी, सांसद रमेश बिधूड़ी के साथ स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव डॉ. मनस्वी कुमार, निदेशक डॉ. मनोज जैन और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी उपस्थित थे।