बजट सत्र से पहले विपक्ष पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, सदन का उपयोग करना है, तो कर लीजिए, 6 महीने जो खेल खेलना है खेल लीजिए। लेकिन तब तक देश के युवा, किसान, महिला के सामर्थ्य के लिए, उनको सशक्त करने के लिए जनभागीदारी का एक आंदोलन खड़ा करके 2047 के संकल्प को पूरा करने के लिए हम पूरी ताकत लगाएं। उन्होंने कहा मुझे दुख के साथ कहना पड़ रहा है की 2014 के बाद कोई सांसद पांच साल के लिए आए, कुछ को 10 साल के लिए मौके मिला लेकिन बहुत से सांसद ऐसे थे जिन्हें अपने क्षेत्र की बात करने का मौका नहीं मिला। क्योंकि कुछ दलों की नकारात्मक राजनीति ने देश के संसद के महत्वपूर्ण समय को एक प्रकार से अपनी राजनीतिक विफलताओं को छुपाने के लिए दुरुपयोग किया है । पीएम मोदी ने कहा, नई संसद के गठन होने के बाद जो पहला सत्र था, 140 करोड़ देशवासियों ने बहुमत के साथ जिस सरकार को सेवा करने का आदेश किया उसकी आवाज को कुचलने का अलोकतांत्रिक प्रयास हुआ। 2.5 घंटे तक देश के प्रधानमंत्री का गला घोंटने का, उनकी आवाज को रोकने का लोकतांत्रिक परंपराओं में कोई स्थान नहीं हो सकता। इसका कोई पश्चाताप तक नहीं है।