मुंबई। महाराष्ट्र में ईवीएम पर छिड़ी बहस का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में अब शिवसेना (उद्धव गुट) सांसद संजय राउत ने एनडीए और महाराष्ट्र सरकार को निशाने पर लिया है। आरोप है कि इस सीट से एनडीए प्रत्याशी रवींद्र वायकर के रिश्तेदार का मोबाईल ईवीएम से जुड़ा हुआ था। इस सीट पर वायकर महज 48 वोटों से जीते हैं। संजय राऊत ने एलन मस्क के बयान का हवाला देते हुए कहा कि चुनाव आयोग के इतिहास की जांच होनी चाहिए। मतगणना वाले दिन काउंटिंग सेंटर पर मौजूद सभी स्टाफ और चुनाव अधिकारी वंदना सूर्यवंशी के फोन की भी जांच होनी चाहिए।
वहीं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि कौन शिंदे? शिंदे एलन मस्क का बाप है क्या? वो ये बताएं कि चुनाव जीतने के लिए कितने पैसे बांटे गए हैं। मुंबई नॉर्थ वेस्ट लोकसभा सीट से रविंद्र वायकर के सांसद चुने जाने पर संजय राउत ने कहा कि वह तो हारा हुआ आदमी है, उन्हें जबरदस्ती चुनाव जिताया गया है। चुनाव आयोग को भाजपा का एक्सटेंडेड आयोग बताते हुए उन्होंने कहा कि मतगणना वाले दिन दो बार अमोल कीर्तिकर की जीत का ऐलान कर दिया गया। उसके बाद वंदना सूर्यवंशी को फोन आता है और फिर रवींद्र वायकर का रिश्तेदार मतगणना केंद्र में फोन लेकर घूमने लगता है।
संजय राउत ने कहा कि इस पूरे मामले में हमारी तरफ से जब दबाव बनाया गया तब एफआईआर दर्ज की गई। हमारी मांग है कि रविंद्र वायकर को सांसद की शपथ लेने से रोका जाए। दरअसल, आरोप है कि मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से सांसद रवींद्र वायकर के साले मंगेश पंडिलकर ने चुनावी नतीजों वाले दिन मतगणना केंद्र पर कथित तौर से मोबाइल का इस्तेमाल किया था।
जानकारी के अनुसार, 4 जून को मंगेश पंडिलकर मतगणना केंद्र में मोबाइल फोन ले जाने पर पाबंदी होने के बावजूद एक चुनाव अधिकारी का मोबाइल लेकर गोरेगांव के काउंटिंग सेंटर में अंदर गए थे। कहा जा रहा है कि पंडिलकर ने मतगणना केंद्र में मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया था। बता दें कि मुंबई नॉर्थ वेस्ट लोकसभा सीट से एनडीए प्रत्याशी और शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता रवींद्र वायकर ने महज 48 वोटों से जीत दर्ज की है। चुनाव में शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता अमोल कीर्तिकर को 4,52,596 तो वहीं शिवसेना (शिदे गुट) के नेता रवींद्र वायकर को 4,52,644 वोट मिले थे। इस सीट पर दोबारा काउंटिंग भी कराई गई थी।