मुजफ्फरनगर/मोरना। विद्युत कर्मचारियों की हड़ताल की सजा आमजन को भुगतनी पड़ रही है। शुक्रवार की दोपहर विद्युत आपूर्ति ठप हो जाने से आम जिंदगी ठहर गई। विद्युत उपकरण बेअसर हो जाने के साथ यातायात के साधन ई-रिक्शा के पहिए भी रुक गए।
विद्युत आपूर्ति ठप्प होने से नागरिकों में रोष पनप रहा है। विद्युत कर्मचारियों की हड़ताल का सीधा झटका उपभोक्ताओं को लगा है। मोरना, भोपा, भोकरहेड़ी, ककरौली क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति ठप होने से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। सबमर्सिबल वाले हैंडपंप की ओर दौड़ते नजर आए, तो वहीं पानी उपलब्ध न होने के कारण कुछ ग्रामीणों ने दिशा शौच के लिए भी जंगलों का रुख किया। वहीं पशुओं को पानी की समस्या हो रही है।
मोरना, भोपा, भोकरहेड़ी में लघु उद्योग ठप्प हो जाने से मिस्त्री हाथ पर हाथ धरे बैठे नजर आए। विद्युत आपूर्ति ठप होने से नागरिकों में रोष बढ़ता दिखा। शुक्रवार की रात भोकरहेड़ी उपकेंद्र पर ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। किसी भी आशंका को मद्देनजर रखते हुए तहसील अधिकारियों, भोपा पुलिस उपकेंद्र पर तैनात रही।
वहीं विद्युत आपूर्ति ठप होने से ई-रिक्शा का संचालन बंद हो गया, जिससे राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रिक्शा संचालक ऋषिपाल, ओमपाल, सोमपाल, साजिद ने बताया कि 2 दिनों से रिक्शा न चलने से रोजी-रोटी के लाले पड़ गए हैं।
मीरांपुर संवाददाता के अनुसार विद्युत कर्मचारी संयुक्त कर्मचारियों एवं अभियन्ताओं की मांगों को लेकर बृहस्पतिवार की रात 10 बजे से 72 घंटे की हड़ताल जारी है। इस हड़ताल का क्षेत्र में बड़ा असर देखने को मिला है। रात करीब 2 बजे से कस्बे व गांवों में बिजली गुल हो गई है, जिससे लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
किसी तरह क्षेत्रवासियों ने दोपहर तक इन्वर्टर व पानी बचाकर रखा। उसके बाद पीने के पानी, रोशनी व पशुओं के चारे की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। कस्बे के सभी बिजली कर्मचारी नुमाइश मैदान के निकट बिजलीघर पर धरने पर बैठे हुए हैं।
बिजली उपभोक्ता दिन भर परेशान होकर बिजलीघर और विद्युत विभाग के नंबर मिलाते रहे लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। सरकार व विद्युत कर्मियों की लड़ाई में विद्युत उपभोक्ताओं की अनदेखी हो रही है, जिस कारण बिजली उपभोक्ताओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सुरक्षा की दृष्टि के मद्देनजर बिजली घर पर पुलिस भी तैनात की गई है।