शामली। जनपद में कावड़ियों की सेवा के लिए जहां यूपी सरकार के उच्च अधिकारियों के आदेश पर शासन प्रशासन के सभी लोग बंदोबस्त के लिए लगे हुए हैं। वहीं नगर पालिका के द्वारा कांवड़ियों की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों स्थानीय कर्मचारी एवं अन्य समाज सेवाओं के लिए कोई भी खास बंदोबस्त नहीं किए गए। प्रचंड तेज तपती धूप में दुकानों के बाहर छली के नीचे या टेंट के नीचे और बरसात होने पर इधर-उधर जाकर अपने आप को बचते नजर आते हैं।
सावन माह के आते ही कांवड़ियों के बम बम के जयकारे चारों तरफ गूँजते सुनाई देते है। वहीं हरिद्वार से पानीपत और राजस्थान को जाने वाले कावड़िया शामली जनपद के मुख्य मार्ग से होकर जाते हैं।जिसकी व्यवस्था को लेकर यूपी सरकार के आदेश पर शामली जनपद के उच्च अधिकारी हर व्यवस्था करने में जुट जाते हैं। वहीं दिन-रात कांवड़ियों की सुरक्षा हेतु पुलिस और अच्छी व्यवस्था के लिए शासन प्रशासन के स्थानीय कर्मचारी भी लगे रहते हैं।लेकिन उच्च अधिकारियों के आदेश होने के बाद भी शामली नगर पालिका की व्यवस्था केवल हवा हवाई नजर आई जहां रोड पर पुलिसकर्मी तपती धूप में और तेज बरसात में की सुरक्षा हेतु लगे हुए हैं वहीं का कावड़ियों की सुरक्षा हेतु लगाए गए पुलिस कर्मियों के बैठने और ड्यूटी करने के पॉइंट्स पर भी कोई खास बंदोबस्त नहीं है।
जहां कावड़िया तपती धूप में अपनी मंजिल की ओर बढ़ रहे हैं तुम वही उनकी सुरक्षा में खड़े तैनात पुलिसकर्मी भी तपती धूप में खुले आसमान के नीचे खड़े होने को मजबूर है जहां उन्हें कावड़ियों की सुरक्षा देनी है तुम वहीं यातायात को भी संभालना है। शामली सिटी की बात करें तो होमगार्ड और स्थानीय पुलिस दिन-रात कावड़ियों की सेवा में लगी है। लेकिन नगर पालिका के द्वारा उन्हें ना तो बैठने के लिए अच्छी व्यवस्था की गई और ना ही तेज धूप या बरसात से बचने के लिए सर पर टेंट या तारपाल की कोई व्यवस्था की गई।