जलालाबाद। जलालाबाद के गंगोह चौराहे पर स्थित चाय की दुकान पर दो पक्षो मे कहासुनी के बाद जमकर लाठी-डन्डे चले जिसमे कई लोग घायल हो गये, जिसके बाद सूचना पर पहुची पुलिस ने लाठियां भांजकर भीड को हटाया व तीन किशोरो को हिरासत में ले लिया। किसी भी पक्ष द्वारा कोई तहरीर नहीं दी गई, देर रात जिन्हे चेतावनी के बाद परिजनो को सौंप दिया गया।
30 से 40 बाहरी लडको व स्थानीय लडको के बीच हुए संघर्ष में पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने से भविष्य में बडे झगडे की आंशंका है।
जलालाबाद के गंगोह चौराहे पर स्थित चाय की दुकान पर मंगलवार की रात्रि लगभग 9 बजे सैंकडों की संख्या मे लोग चाय पी रहे थे, इसी उनमे से ही कुछ लडको मे कहासुनी के बाद मारपीट शुरू हो गई, जिसके बाद देखते ही देखते देखते उसने बडा रूप ले लिया, जिसमे जमकर लाठी डन्डे चले।
जिससे वहा अफरा तफरी मच गई, जिसकी सूचना पर पुलिस मौके पर पहुची व लाठियां भंजकर मौके से भीड को हटाया। इस बीच झगडा करने वाले मौका पाकर फरार हो गये, जबकि पुलिस द्वारा झगडे मे घायल जलालाबाद के तीन किशोरों फैज, उमर व अयाज को हिरासत में ले लिया गया ।
तीनो को ही पुलिस द्वारा नाबालिक बताकर उनके परिजनो को चेतावनी देकर छोड दिया गया। चौकी प्रभारी मनेन्द्र सिंह का कहना है कि ना तो घायल लडको की ओर से कोई तहरीर दी गई,ना ही अन्य किसी व्यक्ति की और से तहरीर दी गई है।
जिस प्रकार से उक्त संघर्ष को स्थानीय पुलिस द्वारा हल्के में लेकर कार्रवाई किये बिना छोडा गया है। वह भविष्य में बडी वारदात का कारण बन सकता है। चूँकि जिस प्रकार से 30 से 40 बाहरी लडकों व स्थानीय लडकों में संघर्ष हुआ, खुलकर लाठी-डन्डे व हथियार लहराये गये, उससे तो लग रहा है कि यह सिलसिला यही समाप्त नहीं हुआ है।
मौके पर मौजूद लोगों में से कई लोगो को दबी जुबान में यहां तक कहना है कि किसी व्यक्ति द्वारा हवाई फायर तक किया गया, जबकि पुलिस फायरिंग की घटना को नकार रही है। घटना किन लोगों के बीच किस कारण से हुई पुलिस बताने से बच रही है। पुलिस का तर्क है कि किसी भी पक्ष द्वारा सामने आकर तहरीर नही दी गई है। उनके द्वारा चाय की दुकान वालो को रात 10 बजे से पूर्व दुकान बंद करने के लिए कहा गया है।