मुजफ्फरनगर। देश की सबसे बड़ी इस्लामिक संस्था जमीयत उलेमा ए हिंद ने बड़े स्तर पर मुस्लिम महिलाओं को संगठन में शामिल करना शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के बाद, मुस्लिम समाज में महिलाओं की भागीदारी को लेकर आए बदलाव के तहत यह पहल की गई है।
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उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में जमीयत उलेमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी के दिशा-निर्देशन में एक विशेष सदस्यता अभियान चलाया गया, जिसमें सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं ने संगठन की सदस्यता ग्रहण की। इस पहल को महिलाओं के सम्मान और उनके सामाजिक योगदान को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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पहले दिन बने 2000 नए सदस्य
मुजफ्फरनगर के महमूदनगर इलाके में स्थित रहमतिया मस्जिद में सदस्यता अभियान के तहत पहले ही दिन 2,000 से अधिक महिलाओं और पुरुषों ने जमीयत उलेमा ए हिंद की सदस्यता ली। इस अवसर पर जमीयत उलेमा ए हिंद के प्रदेश सचिव मौलाना कारी मोहम्मद जाकिर ने बताया कि यह सदस्यता अभियान 31 मार्च तक जारी रहेगा और इसे पूरे देशभर में लागू किया गया है।
5 लाख नए सदस्य जोड़ने का लक्ष्य
मौलाना कारी जाकिर के अनुसार, जमीयत उलेमा ए हिंद हर तीन साल में सदस्यता अभियान चलाती है और इस बार संगठन का लक्ष्य 5 लाख नए सदस्य जोड़ने का है। यह अभियान ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से संचालित किया जा रहा है।