मोरना। महाशिवरात्रि के अवसर पर जारी कांवड़ यात्रा के दृष्टिगत अपर जिलाधिकारी प्रशासन नरेन्द्र बहादुर ने अपराध निरीक्षक हरेन्द्र सिंह के संग कांवड मार्ग सहित सोलानी नदी के डूंडी घाट पार कांवड़ियों के लिए ग्रामीणों द्वारा बनाए गए अस्थायी पुल का निरीक्षण किया तथा काँवड सेवा शिविरो मे व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया।
मोरना ब्लॉक के गांव योगेन्द्र नगर के पास सोलानी नदी पर बने अस्थाई पुल का निरीक्षण सोमवार को ए डी एम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर द्वारा किया गया। हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लेकर अनेक शिवभक्त लक्सर के रास्ते होकर डूंडीघाट पर सोलानी नदी पार करके योगेन्द्र नगर भोकरहेडी-मोरना होते हुए अपने गंतव्य की ओर जाते हैं।
सोलानी नदी पर पुल न होने के कारण शिवभक्तों को पानी से होकर गुजरना पडता था। शिव भक्तों की समस्या को देखते हुए योगेंद्रनगर के ग्रामीणों ने डूंडीघाट पर लकड़ी का अस्थाई पुल बनाया है। सोमवार को एडीएम प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह ने अपराध पुलिस निरीक्षक हरेंद्र सिंह के साथ सोलानी नदी के डूंडी घाट पर कांवड़ियों के लिए ग्रामीणों द्वारा बनाए गए अस्थायी पुल का निरीक्षण किया तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
वहीं भोले बम-भोले बम का जयकारा लगाते हुए शिव भक्त नांचते-गाते आगे हुए अपने गंतव्य को बढ़ रहे है। गौतमबुद्ध नगर, अलीगढ़, नोएडा, बुलंदशहर के अनेक कावंड़िये यहाँ से गुजरे। वही, ग्रामीण शिविर लगाकर भोले भक्तों की सेवा में जुटे है। संयोजक मनोज कश्यप, सोम डीलर, अंकित, रजनीश कुमार, मोहन, सनी कुमार आदि मौजूद रहे।
ग्रामीणों की शिकायत शासन प्रशासन नहीं ले रहा सुध
डुंडी घाट पर काँवड सेवा शिविर के आयोजक ग्रामीणों ने बताया कि जन सहयोग से अस्थाई पुल का निर्माण कराया गया ब्लॉक् स्तर से कोई सुविधा नहीं मिली है। न ही कोई कर्मचारी यहां आया है। अमित राठी के अलावा सरकार का कोई प्रतिनिधि भी यहां नहीं आया। ग्रामीणों ने स्थानीय विधायक व सांसद के न आने की भी शिकायत करते हुए शासन प्रशासन से नदी पर पक्का पुल बनवाने व काँवड मार्ग को बनवाने की मांग की।