जयपुर। राजस्थान में गुजरे 24 घंटों में जयपुर, झुंझुनूं, सीकर, राजसमंद, अलवर, पाली समेत कई शहरों में दो से लेकर चार इंच तक पानी बरसा। राज्य में लगातार हो रही बारिश से कई छोटे बांध ओवरफ्लो हो गए। बरसाती नदियां, झरने बहने लगे हैं। मौसम वैज्ञानिकों ने 30 जून तक दक्षिण-पूर्वी और उत्तरी राजस्थान के कई जिलों में मध्यम से अति भारी बारिश होने की संभावना जताते हुए 4 जिलों में रेड और 10 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। कोटा, झालावाड़, बारां में मौसम विभाग ने 29 जून को अतिभारी बारिश होने की भी आशंका जताई है। बारिश के चलते उदयपुर और अजमेर में पांच लोगों की मौत हो गई।
पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा 98 मिलीमीटर (4 इंच के आसपास) बारिश पाली के सोजत में मापी गई। राजसमंद के कुनवारिया में 91, टोंक के मालपुरा में 86, नागौर के मकराना में 75, झुंझुनूं के चिड़ावा में 81, जयपुर के कोटपूतली में 70, बूंदी के गुढा डैम पर 66, बारां के शाहबाद में 69 और अजमेर के गेगल में 71 98 मिलीमीटर पानी बरसा है। मानसून इस बार राजस्थान में 25 जून को आया था। तब से पूर्वी हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है। मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि 48 से 72 घंटे के दौरान मानसून पूरे राजस्थान में सक्रिय हो जाएगा और इसके प्रभाव से पूर्वी राजस्थान के कोटा संभाग में कई जिलों में भारी बारिश होने के आसार हैं। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक ओडिशा और उत्तरी क्षेत्र के ऊपर एक लो-प्रेशर सिस्टम बना हुआ है। इस सिस्टम से एक ट्रफ लाइन निकल रही है, जो उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान होते हुए हरियाणा तक जा रही है। इसी ट्रफ और सिस्टम के कारण इन राज्यों में अगले दो-तीन दिन तक बारिश होने का अनुमान जताया गया है।
मौसम विभाग ने 28 जून को बांसवाड़ा, बारां, झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ़ में भारी बारिश की संभावना जताते हुए यहां ऑरेंज अलर्ट जारी किया। भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़़, डूंगरपुर, सवाई माधोपुर, उदयपुर, चूरू में मध्यम बारिश का अनुमान जताते हुए यलो अलर्ट जारी किया है। 29 जून को कोटा, बारां, झालावाड़, अजमेर में रेड अलर्ट और टोंक, जयपुर, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़, बूंदी, भीलवाड़ा, बांसवाड़ा में ऑरेंज अलर्ट तथा 30 जून को चूरू, टोंक, सीकर, सवाई माधोपुर, करौली, झुंझुनूं, जयपुर, दौसा, बूंदी, भीलवाड़ा, अजमेर, अलवर, बारां में यलो अलर्ट दिया गया है।
अजमेर के किशनपुरा गांव में मां के साथ खेत पर गए भाई-बहन मंगलवार को फार्म पोंड में डूब गए। जबकि, उदयपुर में मकान गिरने से बच्ची समेत तीन की मौत हो गई। बारिश से उदयपुर के तालाबों में पानी की आवक बढ़ी है। जैसलमेर के नोख कस्बे से दो किमी दूर सुनसान जगह पर बिजली गिरने से करीब 86 पशुओं की मौत हो गई। राजसमंद में पिछले दो दिनों से जारी बारिश के कारण तालाब भर गए हैं। कुंभलगढ़ और खमनोर में अच्छी बारिश होने से बाघेरी पर एक फीट की चादर चलने लगी है। इसका ओवरफ्लो बनास नदी के जरिए नंदसमंद बांध में आता है। नंदसमंद बांध भी सोमवार को ओवरफ्लो हो गया। इसके बाद नंदसमंद बांध के 10 में से 4 गेट ढाई-ढाई फीट खोल दिए गए।
मौसम विभाग ने गेगल (अजमेर) में 71, पीसांगन में 55, बांदरसिंदरी में 26, बहरोड़ (अलवर) में 63, थानागाजी में 36, नीमराणा में 35, बानसूर में 31, सज्जनगढ़ (बांसवाड़ा) में 42, कुशलगढ़ में 33, शाहबाद (बारां) में 69, उम्मेद सागर में 30, भीलवाड़ा शहर में 59, रायपुर (भीलवाड़ा) में 36, मेजा डेम (भीलवाड़ा) पर 34, गुढा डेम (बूंदी) पर 66, बूंदी में 56, केशवरायपाटन में 40, बेंगू (चित्तौड़गढ़) में 48, बस्सी (चित्तौड़गढ़) में 38, नांगल राजावतान (दौसा) में 54, दौसा में 52, लालसोट में 30, सैंपऊ (धौलपुर) में 26, कोटपूतली (जयपुर) में 69, फागी में 59, रामगढ़ डेम पर 46, चाकसू में 27, पावटा में 25, फतेहगढ़ में 25, गागरीन में 50, अकलेरा में 35, छापी डेम पर 30, चिड़ावा में 81 मिलीमीटर बारिश मापी गई।
इसी तरह खेतड़ी (झुंझुनूं) में 40, जोधपुर में 66, जवाहर सागर में 44, रामगंज मंडी में 26, मकराना (नागौर) में 75, परबतसर में 67, नावां में 35, सोजत (पाली) में 98, रायपुर लूनी (पाली) में 31, कुंवारिया (राजसमंद) में 91, गिलूण्ड (राजसमंद) में 87, रेलमगरा में 30, नाथद्वारा में 25, अजीतगढ़ में 42, रींगस में 27, दांतारामगढ़ में 25, मालपुरा (टोंक) में 86, टोरडी सागर में 40, गोगुंदा (उदयपुर) में 61, भींडर में 37 और उदयसागर (उदयपुर) में 34 मिलीमीटर बारिश मापी गई।