वाराणसी । नवापुरा औसानगंज स्थित डीएवी इंटर कॉलेज के खेल के मैदान में पिछले दिनों क्रिकेट कोच रामलाल यादव उर्फ दादा को गोली मारने वाले पांच आरोपित कोतवाली पुलिस के हत्थे चढ़ गए। आरोपितों के पास से घटना में प्रयुक्त एक देसी पिस्टल, तीन तमंचा, 20 कारतूस और नौ मैगजीन भी पुलिस टीम ने बरामद किया। रविवार को पुलिस टीम ने पूछताछ के बाद पांचों आरोपितों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया।
अपर पुलिस आयुक्त (मुख्यालय एवं अपराध) संतोष कुमार सिंह ने पत्रकारों को बताया कि वारदात के पर्दाफाश के लिए थाना प्रभारी कोतवाली, सर्विलांस प्रभारी के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी। खेल मैदान के इर्द-गिर्द के इलाके के 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखने और सर्विलांस की मदद से आरोपित गिरफ्तार हुए।
पुलिस टीम ने आरोपितों से पूछताछ की तो खजुरी निवासी आरोपित रामजी दुबे उर्फ रामू ने बताया कि मेरे पिताजी डीएवी कॉलेज में चपरासी का कार्य करते थे। बचपन से ही रामलाल यादव (क्रिकेट कोच) मेरी मां पर गंदी नजर रखता था। मेरे सामने मेरी मां के साथ गलत काम किया था। मैं छोटा होने के कारण चुप रहा। बड़ा होने पर पिछले एक साल से रामलाल को मारने की योजना बना रहा था।
रामलाल को मारने के लिए मैंने पक्की बाजार निवासी मोहम्मद नदीम खान व मोहम्मद नसीम कुरैशी, शिवपुर क्षेत्र की अशोकपुरम कॉलोनी के प्रभात दास उर्फ छोटू और पहड़िया क्षेत्र की गणपति नगर कॉलोनी के मनीष सिंह को साथ लिया। एक मई को योजना बनाकर हमलोग अलसुबह डीएवी इंटर कॉलेज के खेल मैदान पर ऑटो से पहुंचे। जहां प्रभात और नसीम ने रामलाल को गोली मारी और पुन: टैम्पों में बैठकर हुकुलगंज पहुंचे। यहां से मैं असलहा उनसे लेकर अलग साधन से भाग निकला। वहीं साथी ऑटो से ही दूसरे स्थान पर चले गए। पुलिस की छानबीन तेज होने पर गिरफ्तारी से बचने के लिए हमलोग भागने के चक्कर में पकड़े गए।