शामली। जिले में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही जनता की जान लेने पर तुल गई है। झिंझाना में गन्ने के ओवरलोड़ ट्रक के नीचे दबने से बहन—भाई समेत तीन की मौत हो गई, जबकि दो अन्य की हालत गंभीर बनी हुई है।
शनिवार की शाम जिले के झिंझाना कस्बे के बालियान नर्सिंग होम के पास गन्ने का एक ओवरलोड़ ट्रक सड़क से गुजर रहे अन्य वाहनों पर पलट गया। टैक्टर के नीचे ट्रैक्टर ट्राली और एक गाड़ी दब गई। मौके पर मची चींख पुकार के दौरान चालक ट्रक छोड़कर फरार हो गया। इसी बीच स्थानीय लोगों ने पुलिस का सूचित करते हुए स्वयं ही राहत व बचाव कार्य शुरू किया। घंटों की जद्दोजेहद के बाद भी मौके पर कोई क्रेन नही पहुंची, जिसके चलते राहत बचाव में देरी हुई।
स्थानीय लोगों और पुलिस ने ट्रक के नीचे से लपराना निवासी 17 वर्षीय अजय समेत 11 वर्षीय उसकी बहन जानकारी और 60 वर्षीय दादी विद्या को बाहर निकालते हुए अस्पताल भिजवाया, जिन्हें ऊन सीएचसी में मृत घोषित कर दिया गया, जबकि दो अन्य को भी उपचार के लिए हायर सेंटर रेफर किया गया है। एसपी शामली अभिषेक ने बताया कि ट्रक के नीचे दबने से तीन की मौत हुई है, जबकि दो अन्य को गंभीर हालत में रेफर किया गया है।
सीधे तौर पर अधिकारियों की लापरवाही
जिले में गन्ने के ओवरलोड ट्रक बेरोकटोक दौड़ते हुए नजर आते हैं, जिनसे पूर्व में भी कई बड़े हादसे हो चुके हैं। यह भी सामने आया है कि गन्ने में चलने वाले अधिकांश ट्रक की समय—सीमा भी समाप्त हो जाती है, जिसके बावजूद भी वें एआरटीओ, पुलिस और अन्य अधिकारियों की मेहरबानी के कारण सड़क पर बिना रोकटोक के दौड़भाग करते हैं। ऐसे में झिंझाना में हुई मौत के बाद एक बार फिर ओवरलोड़ ट्रकों से होने वाले हादसे सुर्खियों में आ गए हैं।