मेरठ। मेरठ में बुधवार की रात आईजी ऑफिस पर एक युवक के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। आरोप है कि खरखौदा पुलिस ने उनके बेटे को अवैध रूप से हिरासत में लेकर थाने में बैठाए रखा, जबकि एक सिपाही ने उसकी बाइक में तमंचा रख दिया। वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई। मामले में जांच के बाद एसएसपी ने दो सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया है।
मेरठ से सटे खरखौदा के खंदावली गांव निवासी शिक्षक अंकित त्यागी परिजनों ने खरखौदा पुलिस पर बाइक में तमंचा रखकर झूठे मुकदमे में फंसाने का आरोप लगाया। शिक्षक को पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद गिरफ्तार कर लिया। शिक्षक के परिजनों ने खरखौदा पुलिस के खिलाफ जांच की मांग को लेकर आईजी कार्यालय पर प्रदर्शन किया।
रात महिलाएं बच्चों के साथ सड़क पर धरने पर बैठ गईं। सुबह भी लोगों ने हंगामा किया। आईजी ने एसएसपी को प्रकरण की जांच कराकर रिपोर्ट मांगी। एसएसपी के निर्देश पर एसपी देहात कमलेश बहादुर ने गांव जाकर मामले की जांच की। प्रथम दृष्टता सिपाहियों की भूमिका संदिग्ध मिलने पर एसएसपी ने सिपाही दिनेश कुमार और संतोष कुमार को लाइन हाजिर कर दिया है। मामले की जांच की जा रही है।
खरखौदा क्षेत्र के खंदावली गांव निवासी किसान अशोक त्यागी का परिवार के लोगों से जमीन का विवाद चल रहा है। मामला न्यायालय में विचाराधीन है। आरोप है कि दूसरे पक्ष से मिलकर पुलिस अशोक के परिवार का उत्पीड़न कर रही है। रात खरखौदा पुलिस उनके घर पहुंची, पहले पुलिस कर्मियों ने बाइक की जांच की तो कुछ नहीं मिला। अशोक का बेटा अंकित बाहर चला गया तो एक पुलिसकर्मी आया और उनके बेटों को फंसाने के इरादे से पुलिसकर्मी ने उसकी बाइक के बैग में तमंचा रख दिया।
इसके बाद पुलिसकर्मी अशोक के बेटे अंकित को हिरासत में लेकर बाइक के पास ले गए। बाइक से तमंचा बरामदगी दिखाकर पुलिस अंकित को थाने ले गई, आर्म्स एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया। अंकित मेरठ के प्रतियोगी संस्थान में शिक्षक हैं।