Monday, November 25, 2024

नुकसानदायक है अधिक नमक

शरीर की स्वस्थ कार्यशीलता के लिए नियमित इस्तेमाल होने वाला आम नमक अथवा सोडियम क्लोराइड बेहद महत्त्वपूर्ण होता है। सोडियम हमारे शरीर की कई क्रियाशीलताओं को नियंत्रित करने और उन्हें संचालित रखने में बड़ी भूमिका अदा करता है। जब हमें डीहाइड्रेशन होता है तब शरीर में नमक की काफी कमी हो जाती है। यही वजह है कि धूप में घंटों खेलने के बाद खिलाडिय़ों को डीहाइड्रेशन होता है और उन्हें मांसपेशियों में दर्द होने लगता है। डीहाइड्रेशन होने पर राहत के लिए आमतौर पर नमक और चीनी का घोल लेने की सलाह दी जाती है।

शरीर की सामान्य प्रक्रियाओं के लिए जहां सोडियम जरूरी होता है, वहीं इसकी अधिकता हानिकारक भी साबित हो सकती है। हाइपरटेंशन और दिल की बीमारियों से पीडि़त लोगों को कम मात्रा में सोडियम इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। यहां तक कि उन लोगों को भी कम सोडियम इस्तेमाल करने के लिए कहा जाता है जो मरीज नहीं हैं।

कितना नमक ज्यादा होगा, हम इसके इस्तेमाल को कैसे नियंत्रित कर सकते हैं और इसके तत्व आपके शरीर में कैसे महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, यह सब जानना सभी के लिए बेहद जरूरी है। रेस्टोरेंट वाले स्नैक्स जैसे कि सॉल्टेड मूंगफली या पोटेटो फिंगर्स के साथ ड्रिंक परोसते हैं। इससे आपकी प्यास बढ़ती है। आप और ड्रिंक पीते रहते हैं।

सोडियम शरीर में वाटर रिटेंशन बढ़ाता है। यह शरीर की प्यास को रोक कर रखता है और हमें पर्याप्त मात्रा में पानी पीने के लिए प्रेरित करता है। पर्याप्त मात्रा में पानी होने से हमारा शरीर सही ढंग से कार्य करता है। इससे हमारा ब्लडप्रेशर सामान्य रहता है, यानी सोडियम का कार्य यह सुनिश्चित करना होता है कि शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी मिले और इस्तेमाल किया गया पानी शरीर में बरकरार रहे। नमक मांसपेशियों का घर्षण भी बढ़ाता है, उन्हें दर्द से बचाता है और नमक से खाने की चीजों की पाचन प्रक्रिया तेज होती है।

यही वजह है कि सोडियम की कमी यानी हाइपोनेट्रीमिया खतरनाक भी साबित हो सकती है। इसकी वजह से मांसपेशियों में दर्द व अकडऩ हो सकती है, अचानक ब्लडप्रेशर कम हो सकता है, चक्कर आ सकता है, भ्रम की स्थिति पैदा हो सकती है और यहां तक कि आपकी मानसिक स्थिति डांवांडोल हो सकती है। इतना ही नहीं, हालत गंभीर होने पर व्यक्ति कोमा में भी जा सकता है या मौत का शिकार हो सकता है।

नमक की बहुत ज्यादा कमी होने की हालत में कोशिकाओं में सोडियम असंतुलित हो जाता है और हमारा पाचन तंत्र प्रभावित हो सकता है। ऐसे में हमारे शरीर को हर समय सही ढंग से संचालित करने के लिए हमें उपयुक्त मात्रा में सोडियम और पानी का इस्तेमाल करना जरूरी होता है, लेकिन बहुत ज्यादा नमक आपके शरीर के संतुलन को गड़बड़ कर सकता है। किडनी अगर स्वस्थ ढंग से कार्य करती है तो यह शरीर से अतिरिक्त सोडियम बाहर निकालने का काम करती है।

यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के दिशा-निर्देशों के मुताबिक प्रतिदिन 2,3 मिलिग्राम से अधिक सोडियम इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। चूंकि सोडियम शरीर में पानी को रोक कर रखता है, ऐसे में अगर सोडियम की मात्रा शरीर में अधिक हो गई तो वाटर रिटेंशन ज्यादा मात्रा में होगा। इससे आपके रक्त की नसों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और आपको हाइपरटेंशन हो सकता है। ऐसे लोग जिनका ब्लडप्रेशर लगातार बढ़ा हुआ रहता है, उन्हें कोरोनरी आर्टरी डिजीज और स्ट्रोक की समस्या होने का खतरा अधिक रहता है।

किडनी की समस्या से पीडि़त लोगों को भी सोडियम की मात्रा अधिक होने पर समस्या हो सकती है। अगर हम बिना किसी सक्रियता के लंबे समय तक एक जगह बैठे रहते हैं, तब भी वाटर रिटेंशन शरीर में बढ़ता है, खासतौर से लंबी यात्राओं के दौरान फ्लाइट में। ऐसी स्थितियों में नमक कम मात्रा में इस्तेमाल करने से वाटर रिटेंशन भी कम होता है। शरीर को अधिकतर आवश्यक सोडियम हमारे नियमित आहार में इस्तेमाल होने वाले सामान्य नमक से मिलता है।

हमें अपने खाने की चीजों पर ऊपर से नमक छिड़कने की आदत होती है। नियमित भोजन के अलावा, हम उबले और फ्राई किए हुए अंडों पर भी नमक छिड़कते हैं। फलों, सलाद और नींबू पानी में भी नमक डालते हैं। सोडियम इनटेक को जो चीजें सबसे ज्यादा बढ़ाती हैं वे हैं पैकेज्ड और जंक फूड। उनमें काफी ज्यादा मात्रा में नमक होता है। यह सिर्फ एक गलत धारणा है कि सिर्फ हाइपरटेंशन या दिल की बीमारियों से पीडि़त लोगों को कम नमक इस्तेमाल करना चाहिए।

सच यह है कि हम सबको स्वास्थ्य समस्याओं से खुद को बचाकर रखने के लिए कम मात्रा में ही नमक इस्तेमाल करना चाहिए।
शरीर को जितने सोडियम की जरूरत होती है वह सिर्फ 2 बार खाना खाने से पूरी हो जाती है लेकिन हम जरूरत से काफी ज्यादा नमक इस्तेमाल करते हैं। सच यह है कि हम में से अधिकतर लोग इसके बारे में जागरूक ही नहीं हैं और ऐसे में वे ज्यादा परवाह भी नहीं करते। ऐसे में शुरूआत सबसे पहले सतर्कता से करनी चाहिए। हम जो भी खाते हैं उसको ले कर सतर्कता बरतने की जरूरत होती है।

यह ध्यान रखें कि आपको किन-किन चीजों से सोडियम मिलता है। और फिर योजनाबद्ध तरीके से अतिरिक्त नमक इस्तेमाल करने की आदत को बदलें और कम मात्रा में नमक खाएं।
– नरेंद्र देवांगन

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