बाड़मेर। कोतवाली थाना इलाके के तनसिंह सर्किल निवासी वकालत की प्रैक्टिस कर रहे एक लॉ स्टूडेंट ने मंगलवार को खुदकुशी कर ली। परिजनों की ओर से पुलिस को दी गई रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि एक व्हाट्सएप कॉल आई और इसके महज दस मिनट बाद उसने अपने घर के कमरे में ही लटककर जान दे दी।
वह कोर्ट से खाना खाने घर आया था और खाना बीच में छोड़कर इस व्हाट्सअप कॉल को रिसीव करने गया था। परिजनों ने उसके कमरे का दरवाजा लगभग 15 मिनट तक खटखटाया। इसके बाद पड़ोसियों से मदद मांगी और दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंचे तो चीख निकल गई। युवक फंदे से लटका था।
परिजनों ने रिपोर्ट में बताया है कि उसने सुसाइड से पहले किसी अनजान पेटीएम नंबर पर रुपए भी ट्रांसफर किए थे। पुलिस ने सेक्सटॉर्शन का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थानाधिकारी गंगाराम खावा ने बताया कि प्रदीप उर्फ प्रिंस (24) पुत्र अशोक निवासी तनसिंह सर्किल मंगलवार को घर से सुबह कोर्ट में वकालत की प्रैक्टिस करने के लिए गया था। दोपहर में लगभग तीन बजे खाना खाने के लिए घर पर आया। इसके बाद उसने घर के कमरे में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया।
परिजनों ने जब उसे खाना खाने के लिए बुलाया तो कमरे से बाहर नहीं आया। पड़ोसियों की मदद से जब दरवाजा तोड़ा तो वह फंदे से झूलता हुआ मिला। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मृतक के शव को हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया गया। सेक्सटॉर्शन का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। उसके अकाउंट से कुछ ही देर पहले 24 हजार 500 रुपए पेटीएम किसी के अकाउंट में ट्रांसफर किए गए है। अब जांच की जा रही है कि ये रुपए किसके खाते में ट्रांसफर किए गए।
प्रदीप के चाचा सुनील कुमार ने पुलिस को रिपोर्ट दी है। उन्होंने रिपोर्ट में बताया कि वॉट्सऐप के जरिए भतीजे प्रदीप को ब्लैकमेल किया जा रहा था। भाई संदीप और उसकी माता ने उसके कमरे का दरवाजा खटखटाया। काफी देर तक नहीं खोला तो चीख-पुकार मच गई। मेरा घर पड़ोस में ही है। आवाज सुनकर पहुंचा और दरवाजा तोड़ कर देखा तो सामने प्रदीप लटक रहा था। जब हमने उसका फोन खंगाला तो देखा कि एक अनजान नंबरों से कॉल आई थी और एक घंटे पहले किसी नंबर पर उसने पेटीएम के जरिए 24,500 रुपए भी ट्रासंफर किए थे। हमें शक है कि किसी ने उसे सेक्सटॉर्शन में फंसा लिया था और उसे ब्लैकमेल किया जा रहा था।
प्रदीप के पिता अशोक चाय की दुकान चलाते हैं जबकि उसका छोटा भाई संदीप (19) साल का है और वह भी पढ़ाई कर रहा है। हादसे के वक्त घर पर प्रदीप-संदीप और उनकी मां ही थी। पिता काम पर गए थे। पुलिस ने भी संदेह जताया है कि युवक को सेक्सटॉर्शन में फंसाया गया था। अंदेशा जताया जा रहा है कि सोशल मीडिया पर अनजान कॉल करके अश्लील वीडियो बना दिया था। वीडियो सोशल मीडिया पर नहीं डालने की एवज में रुपए की मांग की जा रही थी। स्टूडेंट्स ने रुपए ट्रांसफर भी किए इसके बावजूद लगातार अनजान लोगों की ओर से ब्लैकमेल किया जा रहा था।