रायगढ़ | छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में एक दंपत्ति दबंगों से इतना परेशान है कि उन्होंने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर इच्छामृत्यु की मांग की है। पिछले दिनों इस दंपत्ति को बाहुबलियों के षड्यंत्र के चलते जेल तक जाना पड़ा था।
दंपत्ति की ओर से राष्ट्रपति के नाम लिखे गए पत्र में पुष्पा साहू ने अपनी वेदना व्यक्त करते हुए लिखा है कि कबीर चौक क्षेत्र के निवासी हैं और रायगढ़ नगर निगम के वार्ड 34 से पार्षद निर्वाचित हूं, जिसके कारण वार्ड के कुछ बाहुबली कई महीनों से हमारे परिवार के सदस्यों की जान के दुश्मन बने हुए हैं। आरोपियों की ओर से बीते सात साल से सट्टा खिलाया जा रहा है।
इसकी शिकायत पुलिस अधिकारियों से कई बार की गई, परंतु कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है। 17 दिसंबर को जब उक्त आरोपियों से सट्टा का व्यापार बंद करने के लिए कहा तो आरोपियों ने मारपीट की, जिसकी शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज किया है। इसके बावजूद भी सट्टा के कारोबार में शामिल एक व्यक्ति के जरिए अनुसूचित जाति जनजाति एक्ट और अन्य गंभीर धाराओं के तहत झूठा मामला दर्ज कराया और मुझे और मेरे पति निरंजन साहू को जेल भिजवा दिया।
साहू दंपत्ति की ओर से लिखे गए पत्र में कहा गया है कि 24 मार्च को जेल से छूटने के बाद 25 मार्च को मेरे पति निरंजन साहू के साथ सार्वजनिक स्थल पर मारपीट की गई जिसमें उनके हाथ की हड्डी टूट गई, इसके बावजूद आरोपियों पर कोई कार्यवाही नहीं की गई। इतना ही नहीं पुलिस ने राजीनामा कर लेने का दबाव बनाया और धमकी दी। साथ ही एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करने की भी बात कही।
दंपत्ति की ओर से कहा गया है कि आरोपियों ने 13 मई की रात को कई लोगों के साथ मिलकर मेरे घर पर धावा बोला और मारपीट करने के साथ बुरी नीयत से घसीटते हुए ले गए और अभद्रता की, साथ ही पूरे परिवार को बर्बाद करने की धमकी दी जा रही है।
साहू दंपत्ति ने राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की मांग करते हुए कहा है कि वे पुलिस को निर्देश दें कि इस मामले की निष्पक्ष होकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करें ताकि वह भयमुक्त होकर जीवन जी सकें।