गाजियाबाद। गाजियाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सोने की तस्करी करने वाले दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। वे 400 ग्राम सोने को गोलियों के रूप में पेट में डालकर सऊदी अरब से लाए थे और जिला रामपुर लेकर जा रहे थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गाजियाबाद के जिला अस्पताल में भर्ती कराया और उनके पेट से सोना बरामद करने की प्रक्रिया जारी है। सोने की कीमत 25 लाख रुपए बताई गई है।
इन दोनों में से एक आरोपी पहले भी करीब छह बार गल्फ देशों से इसी तरीके से सोना ला चुका है। सोना निकालने के बाद इनको जेल भेजने को तैयारी की जायेगी। पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपी रामपुर में टांडा क्षेत्र के नदीम और फुजैल हैं। नदीम बीते कई साल से सोना तस्करी के काम में लगा हुआ है, जबकि, फुजैल रामपुर में ही बिरयानी का ठेला लगाता है।
दोनों आरोपी सऊदी अरब से फ्लाइट से मुंबई एयरपोर्ट पहुंचे। वहां से ट्रेन में बैठकर दिल्ली आए। दिल्ली से फिर बस से गाजियाबाद पहुंचे और यहां से रामपुर जाने वाली बस का इंतजार कर रहे थे। उसी वक्त क्राइम ब्रांच टीम ने एक इनपुट के आधार पर दोनों को पकड़ लिया। पुलिस ने दोनों के पेट का एक्सरे कराया तो पेट में कुछ वस्तु होने की पुष्टि हुई। पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपने-अपने पेट में 200-200 ग्राम सोना होने की बात कुबूली।
आरोपियों ने बताया कि वो टूरिस्ट वीजा पर सऊदी अरब गए थे। वहां उन्होंने 400 ग्राम सोना छोटी-छोटी गोलियों के रूप में खरीदा। इसके बाद उन गोलियों को बारीक टेप से रैप किया और पानी के सहारे निगल लिया। आरोपियों ने बताया कि मुंबई एयरपोर्ट पर कस्टम टीम ने शक होने पर उन्हें कस्टडी में ले लिया। शातिर नदीम ने साठगांठ की और किसी तरह वहां से बचकर निकल गए।
पुलिस पूछताछ में नदीम ने बताया कि वो पहले भी छह बार खाड़ी देशों से सोने की तस्करी कर चुका है। उसे खाड़ी देशों से यहां तक सोना लाने के तौर-तरीके का पता है। यहां आने के बाद वो मल के रास्ते इस सोने को पेट से बाहर निकालकर बेच देता था। आरोपी ने बताया उसको प्रति ग्राम 20 हजार रुपए का मुनाफा होता है।
आरोपी ने रामपुर में एक सर्राफा व्यापारी का नाम भी पुलिस को बताया है, जो तस्करी का सोना खरीदता था। इस मामले में पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय गोल्ड तस्करी के संबंध में कस्टम विभाग को भी अवगत करा दिया है। कस्टम विभाग भी अपनी आगे की कार्रवाई करेगी।