मेरठ। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) संघर्ष मोर्चा के कार्यकर्ताओं और टोल प्लाजा की महिला कर्मचारियों के बीच विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। यह घटना तब हुई जब भाकियू कार्यकर्ता एसएसपी कार्यालय ज्ञापन देने जा रहे थे और टोल प्लाजा पर गाड़ी फ्री निकालने को लेकर बहस हो गई।
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मेरठ महोत्सव के चलते अधिकारियों ने भाकियू संघर्ष मोर्चा के कार्यकर्ताओं को दादरी बॉर्डर पर ही ज्ञापन देने के लिए कहा। इसके बाद कार्यकर्ता सिवाया टोल प्लाजा पर पहुंचे, जहां महिला कर्मचारियों द्वारा टोल शुल्क मांगने पर विवाद शुरू हो गया।
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महिला कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि भाकियू कार्यकर्ताओं ने उनके साथ मारपीट की और एक कर्मचारी के कुंडल तक छीन लिए। हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत कराने का प्रयास किया।
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भाकियू संघर्ष मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश कुमार सहित 16 कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।आरोपियों में 6 महिला कार्यकर्ता भी शामिल हैं। पुलिस ने सभी आरोपियों को हिरासत में लिया और मामले की जांच शुरू कर दी है।
मुकदमे और गिरफ्तारी के विरोध में भाकियू कार्यकर्ता दौराला थाने के सामने धरने पर बैठ गए। पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस पक्षपात कर रही है और उचित कार्रवाई नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि मामले को लेकर रणनीति बनाई जाएगी और आंदोलन तेज किया जाएगा।
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि मामले की जांच जारी है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने टोल प्लाजा और स्थानीय प्रशासन के बीच तनाव को बढ़ा दिया है। किसान यूनियन की आगामी रणनीति पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं।