नोएडा। हरियाणा के गुरुग्राम के रहने वाले प्रसिद्ध यू-ट्यूबर एल्विश यादव पर लगे रेव पार्टी करने और सांपों के जहर सप्लाई करने के मामले में पुलिस ने आज उसके दो अन्य साथियों विनय और ईश्वर को गिरफ्तार किया है। दोनों को पुलिस आज न्यायालय में पेश कर रही है।
पुलिस आयुक्त विद्यासागर मिश्रा ने बताया कि ईश्वर और विनय को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था, उनसे हुई पूछताछ के आधार पर यह बात सामने आई कि ये लोग एल्विस यादव के साथ जुड़े हुए थे। इनसे पुलिस को महत्वपूर्ण जानकारियां मिली है। उन्होंने बताया कि उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
डीसीपी बताया कि पुलिस अब एल्विश की सोशल मीडिया कुंडली (फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स, यूट्यूब) भी खंगाल रही है। सोशल मीडिया पर एल्विश के खिलाफ मिलने वाले साक्ष्यों का पुलिस संकलन करेगी और उसे केस डायरी में शामिल कर न्यायालय में मजबूती के साथ अपना पक्ष रखेगी। एल्विश की कॉल डिटेल रिकॉर्ड और सोशल मीडिया की कुंडली सिंगर फाजिलपुरिया समेत कई अन्य की मुश्किलें बढ़ाने वाली है। अबतक की जांच में फाजिलपुरिया के अलावा तीन अन्य नाम सामने आए हैं। फाजिलपुरिया को पूछताछ के लिए कब बुलाया जाएगा, इस पर हालांकि पुलिस ने चुप्पी साध रखी है। पुलिस कुछ समय बाद सिंगर फाजिलपुरिया को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुला सकती है। एल्विश की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब पूरे ग्रुप को खंगाल रही है। यह जांच चल रही है कि सांप और उनके जहर के साथ सपेरे बुलाने वाले एल्विश के अलावा कौन-कौन लोग थे। यह पता लगाने के लिए सपेरे और एल्विश की कॉल डिटेल रिकॉर्ड देखे जा रहे हैं। एल्विश प्रकरण में केस दर्ज करवाने वाले पीपल फार एनिमल एनजीओ के एनिमल वेलफेयर ऑफिसर से भी पुलिस इस केस से जुड़े और सबूत मांगेगी। तय समय में यह सबूत देना होगा। पूरी प्रक्रिया पूरी करने के बाद पुलिस का जोर मामले में चार्जशीट दाखिल करने का होगा।
नोएडा पुलिस अधिकारियों के मुताबिक तीन नवंबर वर्ष 2023 को सपेरों के गिरफ्तार होने के बाद जांच को तथ्यों के आधार पर आगे बढ़ाया गया। पहले दिन बरामद हुए 9 सांप कोबरा, अजगर, दो दुमुही रेट स्नेक प्रजाति के थे। यह सभी सांप वन्य जीव अधिनियम के तहत संरक्षित हैं। बरामद 20 एमलएल जहर एफएसएल की जांच में सांप के होने की पुष्टि हुई। तीसरा तथ्य शिकायतकर्ता की तरफ से उपलब्ध करवाई गई कॉल रेकार्डिंग भी रही। इसमें एल्विश का नाम संपरे राहुल की तरफ से लिया गया। यह भी बताया गया कि विडियो शूट के लिए वह नोएडा में फिल्म सिटी स्थित एक स्टूडियो और अन्य जगहों पर सांप लेकर गया। ऑडियो में कई अन्य तथ्य भी निकल कर आए। इन्हीं सबूतों को पुलिस ने एकत्र किया और एल्विश यादव पर शिकंजा कस लिया।
इसी दौरान सांपों के साथ एल्विश का एक वीडियो भी सोशल मीडिया के विविध प्लेटफॉर्म पर वायरल हुआ था। वीडियो सिंगर फाजिलपुरिया की शूटिंग साइट का था। वीडियो में सांप के साथ एल्विश, कटारिया व फाजिलपुरिया नाम के युवक दिख रहे हैं। अब एल्विश के अलावा और भी कौन से उसके सहयोगी व अन्य सांप व उनके जहर को पार्टियों में मंगवाते थे, इसकी पड़ताल की जा रही है। जो भी नाम सामने आएंगे सभी वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के साथ एनडीपीएस एक्ट की धाराओं में आरोपी बनाए जाएंगे। इस मामले में पुलिस दो माह पूर्व मोहाली में दर्ज हुए केस को भी खंगाल रही है। पुलिस केस में कोई भी लूप होल नहीं छोड़ना चाहती है।
पुलिस के एक बड़े अधिकारियों ने बताया कि पार्टियों से संबंधित कई ग्रुप से एल्विश भी जुड़ा है। ये ग्रुप किस तरह से संचालित किए जा रहे थे या इनका हैंडलर कौन है इसकी जानकारी भी ली जा रही है। इसमें सबसे ज्यादा मुख्य राहुल के पास से बरामद वो रजिस्टर है जिसमें उसने 60 पार्टियों का जिक्र किया था। उसने पुलिस को बताया था कि पार्टियां फरीदाबाद और गुरुग्राम में आयोजित की जाती थी। इन ग्रुप का पार्टियों के आर्गनाइजर से संबंध निकलता है तो बड़े गिरोह का खुलासा हो सकता है। पुलिस इन साक्ष्यों को भी रिकवर करेगी। इसके लिए नोएडा पुलिस ने आईटी की एक पूरी टीम लगा दी है।
एल्विश के माता-पिता ने अपने बेटे को निर्दोष बताते हुए कहा कि मशहूर होने के कारण वह निशाने पर है। जेल जाने के बाद से ही एल्विश के समर्थक निराश है। समर्थक नोएडा पुलिस के अधिकारियों को कॉल कर एल्विश के बारे में पूछ रहे हैं। अधिकारियों के पास कई कॉल रोजाना आ रही है। कॉल करने वाले ज्यादातर समर्थक किशोर और युवा हैं। वहीं कुछ युवक व खासकर किशोर पुलिस अधिकारियों से यह कह रहे हैं कि एल्विश से बात करवा दो। पुलिस अधिकारी भी सहजता के साथ जवाब दे रहे हैं। कॉल करने वाले कॉलर एल्विश को बॉस और सर से संबोधित कर रहे हैं। एल्विश का हालचाल लेने के लिए समर्थक देर रात तक पुलिस अधिकारियों को कॉल कर उसे निर्दोष बता रहे हैं।