कानपुर। पुलिस कमिश्नरेट में तैनात दो दारोगाओं को अलग-अलग प्रकरण में दोषी पाये जाने पर उन्हें निलंबित कर दिया गया है। पहले प्रकरण में एक महिला ने बिल्हौर थाना में तैनात दारोगा पर छेड़खानी का आरोप लगाया है। वहीं, दूसरे प्रकरण में एक युवती का दारोगा की वर्दी पहनकर रील बनाने का है। दोनों मामले से जुड़े वीडियो सोमवार को सार्वजनिक हुए थे, जिसके बाद आधी रात को जांच में दोषी मिलने पर दोनों उपनिरीक्षकों पर निलंबन की कार्रवाई हुई है।
इस संबंध में मंगलवार को जानकारी देते हुए पुलिस उपायुक्त मुख्यालय कानपुर नगर तेज स्वरूप सिंह ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि वायरल वीडियो दो अलग-अलग प्रकरण से जुड़ा हुआ है। पहला बिल्हौर थाना में तैनात उपनिरीक्षक महेन्द्र सिंह पर एक महिला ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। इस मामले की जांच एसीपी बिल्हौर ने की। जांच में पाया कि उपनिरीक्षक ने महिला से फोन पर अश्लील बातें कर रहा था, जिसकी वजह से महिला ने आरोप लगाया था, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई तो उसने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। जांच के बाद उपनिरीक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। उसके विरूद्ध विभागीय दण्डात्मक कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
इसके अलावा एक महिला ने पुलिस की वर्दी पहनकर रील बनाई है। इसका भी वीडियो वायरल हुआ है, जिसकी जांच में जानकारी मिली कि उप निरीक्षक जुगल किशोर का एक महिला के साथ आपत्तिजनक फोटो है। महिला ने जुगल किशोरी की ही वर्दी पहनकर फोटो और रील बनायी है। मामले की जांच के बाद उपनिरीक्षक जुगल किशोर को निलंबित कर दिया गया है। पूरे मामले की विभागीय जांच की जा रही है।