आगरा। यूपी के निकाय चुनाव में जहां एक ओर जीत के लिए बहू-सास, चाचा-भतीजे से लेकर अन्य रिश्तेदार आमने-सामने हैं। हर कोई बस जीत हासिल करना चाहता है। मगर, ऐसे में आगरा की दयालबाग नगर पंचायत ने एक बार फिर आपसी सदभाव की नजीर पेश की है। दयालबाग में अध्यक्ष से लेकर सदस्य तक पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ है और ये पहली बार नहीं बल्कि 30 साल से लगातार चलता आ रहा है।
आगरा के दयालबाग क्षेत्र में डॉक्टर गुरु प्यारी मेहरा ने हैट्रिक लगायी है। दयालबाग नगर पंचायत की वह तीसरी बार निर्विरोध अध्यक्ष चुनी गयीं। दयालबाग नगर पंचायत के लिए भरे गए नामांकन पर्चों में बी प्रेम प्यारा द्वारा नाम वापस लिए जाने के बाद गुरु प्यारी मेहरा को निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया।
आगरा जनपद में जहां एक ओर नगर निकाय चुनावों में लोगों में टक्कर बनी हुई हैं। वहीं दूसरी ओर दयालबाग क्षेत्र में लोगों द्वारा एकता की मिसाल पेश की गयी। दयालबाग नगर पंचायत में हमेशा से चली आ रही परम्परा को इस बार भी कायम रखा गया। दो बार से अध्यक्ष पद पर काबिज रहने वाली डॉक्टर गुरु प्यारी मेहरा को इस बार भी नगर पंचायत का निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया है। गुरु प्यारी मेहरा वर्ष 2012 में पहली बार, 2017 में दूसरी और अब तीसरी बार निर्विरोध चुनी गयीं है।
नगर निकाय चुनावों के लिये भरे जा रहे पर्चों में दयालबाग क्षेत्र के लिए गुरु प्यारी मेहरा और बी प्रेम प्यारा द्वारा अध्यक्ष पद के लिए पर्चा भरा गया था। जिसके पश्चात बी प्रेम प्यारा ने नाम वापसी के दिन अपना पर्चा वापस लेकर गुरु प्यारी मेहरा को तीसरी बार भी निर्विरोध अध्यक्ष बना दिया। दयालबाग क्षेत्र को वर्ष 1957 में टाउनशिप एरिया घोषित किये जाने के बाद से पहली बार निर्विरोध चुनाव हुए थे। इसके बाद बीच में एक-दो बार चुनाव की स्थिति हुई। लेकिन 1992 में नगर पंचायत बनते ही क्षेत्र छोटा हुआ तो उसके बाद से आपासी सामंजस्य से निर्विरोध चुनाव ही हुए।