नयी दिल्ली। संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण के तीसरे दिन लोकसभा में बुधवार को सत्तापक्ष एवं विपक्ष के सदस्यों के बीच आरोप प्रत्यारोपों को लेकर भारी हंगामा हुआ जिसके कारण प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं चल सका।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सुबह 11 बजे जैसे ही प्रश्नकाल शुरू किया विपक्षी सदस्य नारे लगाते हुए और हाथों पर तख्तियां लेकर आसन के सामने आकर हंगामा करने लगे। जवाब में सत्ता पक्ष की तरफ से भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लेकर नारेबाजी होने लगी।
सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों की तरफ से सदन में नारेबाजी के साथ सदन में हंगामा होने लगा तो अध्यक्ष ने सदस्यों से शांत रहने और सदन की मर्यादा का पालन करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सदन चर्चा एवं संवाद के लिए वह सभी सदस्यों को इसके लिए पर्याप्त समय देंगे लेकिन इसका दोनों ओर कोई असर नहीं हुआ।
बिरला ने विपक्षी सदस्यों को सख्तियां नहीं लहराने की उन्होंने चेतावनी दी लेकिन उनकी बात का सदस्यों पर कोई असर नहीं हुआ। केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भी शोरशराबे के बीच गांधी एवं विपक्ष के आचरण के ऊपर सवाल उठाये लेकिन अध्यक्ष ने कहा कि सदन के भीतर अथवा बाहर संसद के बारे में किसी को टीका टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।
बिरला ने सदस्यों से कहा , “यह सदन आपका है। तख्तियां लेकर सदन में आना गलत है। प्रश्नकाल के बाद अपने मुद्दे उठाएं इसलिए अपने सीटों पर बैठें। मेरी मंशा है कि सदन चले। आप अपनी अपनी सीटों पर जाकर अपनी बातें रखें। सदन की मर्यादा बनाए रखें और यह सबकी जिम्मेदारी है।”
उन्होंने अध्यक्ष की बात का हंगामा कर रहे सदस्यों पर कोई असर नहीं हुआ और वे तख्तियां लहराते रहे और नारेबाजी करते रहे। हंगामा बढ़ता गया तो बिरला ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित करने की घोषणा कर दी।