नई दिल्ली। मणिपुर पर तुरंत चर्चा करवाने की मांग को लेकर मानसून सत्र के दूसरे दिन शुक्रवार को भी लोक सभा में जमकर हंगामा हुआ। हंगामे के कारण लोक सभा की कार्यवाही को 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।
इससे पहले विपक्षी दलों के हंगामे को लेकर सदन के उपनेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार मणिपुर पर सदन में चर्चा के लिए तैयार है लेकिन कुछ राजनीतिक दल अनावश्यक रूप से ऐसी स्थिति पैदा करना चाहते हैं ताकि मणिपुर पर सदन में चर्चा न हो।
उन्होंने आरोप लगाया कि इतने गंभीर मुद्दे पर भी विपक्ष गंभीर नहीं है, वह अपील करेंगे कि विपक्ष इसे गंभीरता से लें।
राजनाथ सिंह जब यह आरोप लगा रहे थे उस समय लोक सभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी और शशि थरूर सहित डीएमके नेता टीआर बालू और अन्य दलों के सांसद अपनी-अपनी सीट पर खड़े होकर मणिपुर पर चर्चा की मांग कर रहे थे और कई अन्य विपक्षी सांसद सदन के वेल में आकर नारेबाजी कर रहे थे।
जैसे ही राजनाथ सिंह ने सदन के अंदर विपक्षी दलों पर हमला बोला वैसे ही सोनिया गांधी अपनी सीट पर खड़ी होकर वेल में खड़ी डीएमके सांसद कनिमोझी को कुछ कहती नजर आई।
इससे पहले शुक्रवार को सुबह 11 बजे लोक सभा की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस, डीएमके और अन्य विपक्षी पार्टियों ने सदन में खड़े होकर मणिपुर पर तुरंत चर्चा करवाने की मांग की।
लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल चलने देने की अपील करते हुए कहा कि अभी उन्होंने स्थगन प्रस्तावों पर कोई व्यवस्था नहीं दी है। सरकार मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है लेकिन अभी प्रश्नकाल चलने दें।
लेकिन इसके बावजूद नारेबाजी और हंगामा जारी रहने पर लोक सभा की कार्यवाही को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।