लखनऊ। विधानसभा में सपा और RLD विधायकों ने शिवपाल यादव की अगुवाई में हंगामा किया। वो जातीय जनगणना की मांग कर रहे थे। सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विधायक वेल में आ गए।
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन विधायक नहीं माने। इसके बाद करीब 11:35 बजे विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दी। अब कार्रवाई फिर शुरू हुई है।
अब अखिलेश यादव बोल रहे हैं। उन्होंने कहा-यूपी खुशहाली के रास्ते पर जाएगा। तो देश भी खुशहाली के रास्ते पर जाएगा। यूपी का बजट कॉपी पेस्ट बजट था। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री सामने बैठे है, देखकर एक शेर याद आ गया।
‘आंखों पर सियासत का असर देख रहे है
किस ओर लगी आग किधर देख रहे हैं।’
नेता सदन बहुत अच्छे खिलाड़ी लगते है मुझे। नेता सदन टीवी पर बैठकर कुछ देख रहा था। मैं नेता सदन को बताना चाहता हूं कि फुटबॉल का खेल अकेले नहीं देखते। ग्रुप में देखते हैं। नेता सदन क्रिकेट खेलने गए, उन्होंने बॉल खेला, एक टप्पा, दो टप्पा फिर तीन टप्पा। फिर भी बॉल नहीं मार सके।
स्टेडियम में नेता सदन हाथ ऊपर करके हिलाते हुए जा रहे थे। वो कहना चाहते थे कि ये स्टेडियम हमने नहीं बनाया। सपा ने बनाया। जब मैंने नाले का बजट देखा, तो दुख हुआ कि बताओ नेता सदन गोरखपुर में नाला नहीं बनवा पाए।
एक स्टेडियम ही बनवा लेते। गोरखपुर में एक अंतर राष्ट्रीय मैच कराने लायक स्टेडियम बनवा लेते। सैफई में स्विमिंग पुल है… वहां हमारे बच्चे नहीं जाते हैं। दूर-दूर के शहरों के बच्चे जाते हैं। जो बच्चे उसमें स्विमिंग करना चाहते है, वो आपके घरों के बच्चे हैं। नेता सदन भी उसमें नहाने आ सकते हैं, हम विश्वास दिलाते है कि हम सपा वाले नहीं जाएंगे।
पुलिस के रिक्त पदों को भरने का संकल्प पत्र में जिक्र था, उसको क्या हुआ? गन्ना किसानों का 14 दिन में भुगतान कहां हो रहा है, जरा बताए। जो अधिकारी किसानों को गोल-गोल घुमा रहे हैं। बुलडोजर उन अधिकारियों पर क्यों नहीं चढ़ा रहे हैं। 20 हजार करोड़ का किसान सिंचाई फंड कहां है? किस तरह से किसानों की आय दोगुनी होगी।
देश के प्रधानमंत्री ने कहा कि आवारा पशु सड़क पर नहीं होंगे। मुझे लगता है कि दिल्ली और लखनऊ का तालमेल नहीं बन रहा। जो दिल्ली से कहा जाएगा, वो लखनऊ वाले नहीं करेंगे। यूपी में 8 हजार ऐसे स्कूल हैं, जहां 1 ही टीचर पढ़ाने के लिए है। लोहिया योजना को आपने पहले ही बंद कर दिया।
नेता सदन मैं कहना चाहता हूं कि कम से कम गोरखपुर में मेट्रो चलवा दो। अपने यहां गोरखपुर में नहीं चलवाई, तो आपने पीएम के क्षेत्र में भी नहीं चलवाई। हम सपा वाले कहते है कि एक भी सवाल नहीं पूछेंगे। लेकिन मेट्रो चलवा दो। एम्स रायबरेली में किसने बनवाया। समाजवादियों ने जमीन दी, तब बना था। आपके एम्स कहां हैं?
कौन सी सड़क गड्ढा मुक्त हुई है? नेता सदन जीरो टोलरेंस पॉलिसी अपनाई गई, पीडब्ल्यूडी विभाग में। एक बात बहुत बताई गई राज्यपाल के अभिभाषण में। ये कहा गया, यूपी में सभी चीजों में नंबर वन है। एक रिपोर्ट दिखाते हुए उन्होंने कहा कि नेता सदन इस रिपोर्ट का पढ़े, क्योंकि अधिकारी आपको गुमराह कर रहे हैं। इस रिपोर्ट में यूपी 16वें नंबर पर खड़े हैं।
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने पूछा कि जिस पेपर के बारे में आप बता रहे हैं, उसकी एजेंसी का नाम तो बता दीजिए। अखिलेश ने कहा कि आपके अधिकारी पढ़े-लिखे हैं। उनसे पूछ लीजिए। आपको तो खुश होना चाहिए कि लोक गायिका ने गीत गाया, यूपी में का बा। मेरी किताब छपी, जिसमें कार्टून थे। मेरे खुद के.. लेकिन मैं कार्टून नहीं हूं।
वित्त मंत्री ने कहा कि जिस रिपोर्ट का आप जिक्र कर रहे है, उसकी क्रैडिबिलिटी नहीं है। अखिलेश ने नाराज होकर कहा कि आपकी (वित्त मंत्री) पॉलिटिकल क्रैडिबिलिटी क्या है? वित्त मंत्री ने कहा- हमने पहले संकल्प पत्र के 90% वादे पूरे किए। इस बार भी 130 वादे किए, 110 पूरे भी किए। ये है क्रैडिबिलिटी।
एक महीने में बताइए कि पेट्रोल-डीजल कितना महंगा किया। ये नहीं बताएंगे। आपका नारा है कि सबका साथ-सबका विकास। हम विपक्ष के लोग जातीय जनगणना चाहते हैं। बिना इस जनगणना के ये नारा अधूरा है। सबका साथ कैसे होगा। जब नहीं पता कि हम कितने है। सबको विश्वास कैसे जीतोगे। सबका साथ नहीं होगा। ये प्रदेश आगे नहीं बढ़ेगा।
सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओपी राजभर पर अखिलेश ने कहा कि हम दोनों इंजीनियर है। एक दूसरे की बात समझते हैं। जातीय जनगणना आप चाहते है या नहीं। ओपी राजभर बोले- आपने हमकों यहां बैठा दिया। अध्यक्ष महोदय, जातीय जनगणना अगर बिहार में हो सकती है, तो यूपी में क्यों नहीं। अगर सपा की सरकार बनती, तो 3 महीने के अंदर जातीय जनगणना करवाते। आशीष जी का सवाल ठीक है कि आपने अपने समय में क्यों नहीं करवाया। मैं उस वक्त लोकसभा में था। मुझे नहीं पता कि उस वक्त क्यों नहीं कराया गया। लेकिन अब करवाना चाहिए।
अखिलेश ने कहा-नेता सदन का ये अच्छा है कि कोई भी शूट-टाई पहने हो। उससे एमओयू करवा लो। आप लोग सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, जापान समेत विदेशों में गए। लेकिन ये डेलीगेशन क्यूटो नहीं गया होगा। हमारा वाराणसी क्यूटो कैसे बनेगा। नेता सदन से कहना चाहता हूं कि आपके कितने भी मंत्री चले जाए, कुछ नहीं होगा। क्योंकि क्रैडिबिलिटी नहीं है।
वित्त मंत्री अमेरिका गए थे। वहां क्या सांड दिखाई दिया आपको। अध्यक्ष महोदय, मैं जा रहा था। सांड सड़क पर थे। मैंने वीडियो बनाई। सांड की वजह से कई महत्वपूर्ण लोगों के एक्सीडेंट हो गए। कई लोगों की जान नहीं बचाई जा सकी। मैं खुद देखा हूं। खुद मैं बचा हूं। किसान की फसल तो है ही बर्बाद। जानवरों की वजह कही जान जा रही है, तो वो यूपी में जा रही है। किसी और प्रदेश में नहीं जा रहा है। जिनकी जान गई है, उनके लिए हम 10-10 लाख मदद की मांग करते हैं।