उत्तराखंड। भीषण गर्मी के बाद प्रदेश में मानसून ने दस्तक दे दी है। मूसलाधार बारिश के चलते उत्तराखंड के बद्रीनाथ धाम में अलकनंदा नदी खतरे के निशान को पार कर चुकी है। तप्त कुंड से अलकनंदा नदी पहले 15 फीट नीचे बहती थी, अब इसका जल स्तर महज 6 फीट रह गया है। नदी के रौद्र रूप ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है।
जिला प्रशासन भी एक्शन मोड में आ गया है। पुलिस ने तप्त कुंड को खाली करवा दिया है। साथ ही चार धाम यात्रियों और आस-पास के इलाकों के स्थानीय निवासियों को भी सतर्क कर दिया है। मंदिर के पुजारियों के अनुसार बद्रीनाथ मास्टर प्लान के तहत खुदाई की वजह से अलकनंदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। खुदाई से निकलने वाले मलबे को नदी में डाला जा रहा है। मास्टर प्लान के तहत बनाए गए वैकल्पिक मार्ग भी बारिश में बह गए हैं। इसके चलते रिवर फ्रंट का निर्माण कार्य रोक दिया गया है।
वहीं भारी बारिश के चलते नदियों का जलस्तर बढ़ने के बाद मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में अलर्ट जारी कर दिया है। देहरादून, पौड़ी, पिथौरागढ़, नैनीताल और बागेश्वर में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मूसलाधार बारिश के बीच मौसम विभाग ने लोगों को पहाड़ी मार्गों पर जाने से बचने की एडवाइजरी भी जारी की है।