लखनऊ। आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती लगातार पार्टी की गतिविधियों को लेकर समीक्षा बैठक करती हुई नजर आ रही हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को उन्होंने उत्तराखंड राज्य में पार्टी संगठन की मजबूती और जनाधार को बढ़ाने की गहन समीक्षा की।
उन्होंने इस अवसर पर कहा है कि उत्तराखंड राज्य की वर्तमान सरकार लोगों को बसाने के लिए कम बल्कि उजाड़ने का जनविरोधी कार्य ज्यादा किया है। साथ ही, पर्यटन के विकास को लेकर व्यवसायिक दृष्टिकोण अधिक होने के कारण पहाड़ी राज्य के लोग आपदाओं आदि से दुखी एवं परेशान है। इन मामलों में उनकी बुनियादी जरूरतों की अनदेखी करने को अनुचित बताते हुए सरकार से विकास को जनहित के साथ बैलेंस करके चलने की मांग की गई, ताकि क्षेत्र का स्थानीय सौंदर्य व स्थायित्व दोनों बरकार रहे और लोग संतुष्ट हों।
इसके अलावा बसपा प्रमुख ने उत्तराखंड से संबंधित सीनियर पदाधिकारी और पार्टी की अन्य जिम्मेदारी संभाल रहे लोगों के साथ बैठक में पार्टी गतिविधियों की प्रगति रिपोर्ट के अलावा वहां के राजनैतिक हालात का फीड बैक लिया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में बसपा को आगे बढ़ाने की भरपूर संभावनाएं विद्यमान हैं। उत्तर प्रदेश से अलग होने से पहले उस पहाड़ी क्षेत्र के लोगों की जरूरतों के हिसाब से विकास का जो आधारभूत काम बसपा की सरकार में हुआ है। उसे कभी भुलाया जाना असंभव है।