देहरादून- हरियाणा के गुरुग्राम से उत्तराखंड की उच्च पर्वत श्रृंखला पर स्थित तुंगनाथ-चोपता में 26 लोगों को लेकर ट्रेकिंग पर ले जा रहा एक टेम्पो ट्रैवलर वाहन शनिवार सुबह साढ़े 11 बजे रुद्रप्रयाग मुख्यालय के समीप रैंतोली के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में अभी तक चौदह पर्यटकों की मौत हो चुकी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एम्स, ऋषिकेश में उपचाराधीन घायलों के स्वास्थ्य की जानकारी ली और बेहतर उपचार के निर्देश दिए।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि वाहन हाईवे से करीब 200 मीटर गहरी खाई में अलकनंदा नदी के किनारे जा गिरा। जिसके चलते 10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि 14 लोगों को रेस्क्यू कर जिला अस्पताल रुद्रप्रयाग लाया गया। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर्स ने एक व्यक्ति को मृत्य घोषित कर दिया जबकि एक अन्य व्यक्ति की मृत्यु इलाज के दौरान हो गई। सात घायल लोगों को गंभीरता को देखते हुए उन्हें एयर लिफ्ट किया गया। एम्स, ऋषिकेश में पहुंचने के बाद दो लोगों की मृत्यु हुई। देर शाम तक घटना में कुल 14 लोगों के मरने की सूचना पुष्टि हुई, जिसमें से तीन लोगों की शिनाख्त अब तक नहीं हो सकी।
दुर्घटना की खबर मिलते ही जिले के सभी अधिकारी मौके पर पहुंच गए जबकि एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस, जल पुलिस, होमगार्ड के साथ व स्थानीय लोग रेस्क्यू के लिए मौके पर पहुंचे। सभी की मदद से घायलों को गहरी खाई से सड़क मार्ग तक पहुंचाया गया। इसके बाद एम्बुलेंस की मदद से उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। जबकि गंभीर घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद, अलग, अलग हेली एम्बुलेंस की मदद से ऋषिकेश एम्स भेजा गया। मौके पर सुबह से डटे हुए जिलाधिकारी गहरवार ने अपने स्वास्थ्य विभाग के अनुभव का पूरा सहयोग दिया। उन्होंने एयर लिफ्ट से लेकर अस्पताल में उपचार के दौरान, लगातार घायलों का उपचार एवं देखभाल की।
श्री नरेंद्र मोदी ने हादसे के प्रति शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए तथा घायलों को पचास-पचास हजार रुपए देने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री धामी ने मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने गम्भीर रूप से घायलों को 40-40 हजार तथा सामान्य घायलों को 10-10 हजार की आर्थिक सहायता प्रदान करने के भी निर्देश दिये हैं। उन्होंने एम्स में जाकर घायलों के स्वास्थ्य की भी जानकारी ली और चिकित्सकों को उनके बेहतर उपचार के लिए कहा।
अन्य घायलों को एयरलिफ्ट कर, एम्स, ऋषिकेश ले जाया गया है। वाहन में कुल 26 लोग सवार थे। जो दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों के हैं। यह सभी तुंगनाथ पर्वत श्रृंखलाओं पर ट्रेकिंग के लिए निकले थे।
हादसे पर प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, मुख्यमंत्री ने गहरी संवेदना व्यक्त की हैं। प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को पचास-पचास हजार रुपए देने की घोषणा की है।
राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की महानिरीक्षक (आईजी), भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी रिद्विमा अग्रवाल ने बताया कि आज जिला नियन्त्रण कक्ष, रुद्रप्रयाग द्वारा एसडीआरएफ टीम को बद्रीनाथ हाईवे पर रैतौली क्षेत्र के पास एक टेंपो ट्रैवलर वाहन दुर्घटनाग्रस्त होकर खाई में गिरने की सूचना मिली। जिस पर पोस्ट रतूड़ा व अगस्त्यमुनि से रेस्क्यू हेतु 14 सदस्यीय दो टीमें तत्काल मय रेस्क्यू उपकरणों के घटनास्थल के लिए रवाना हुई।
उन्होंने बताया कि उक्त वाहन में 26 यात्री, जो चोपता-तुंगनाथ-चंद्रशिला ट्रिप पर घूमने यहां आये हुए थे, अनियंत्रित होकर मुख्य मार्ग से लगभग 500 मीटर नीचे खाई में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। उन्होंने बताया कि उप निरीक्षक (एसआई) भगत सिंह कंडारी व धर्मेंद्र पंवार के नेतृत्व में एसडीआरएफ टीमों ने घटनास्थल पर पहुंचकर अत्यधिक विषम परिस्थितियों में कड़ी मशक्कत करते हुए स्थानीय पुलिस व लोगों के साथ मिलकर संयुक्त रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया।
श्रीमती अग्रवाल ने बताया कि रेस्क्यू के दौरान 14 घायलों को रेस्क्यू कर एम्बुलेंस द्वारा जिला अस्पताल, रुद्रप्रयाग भिजवाया गया। जहाँ से सात गंभीर घायलों को हायर सेंटर एम्स, ऋषिकेश एयरलिफ्ट किया गया। दस लोगों की मौके पर ही मृत्यु हो चुकी थी। जिनके शवों को मुख्य मार्ग तक पहुँचाकर जिला पुलिस के सुपर्द किया गया जबकि दो लोगों की उपचार के दौरान अस्पताल में मृत्यु हो गयी। उन्होंने बताया कि रेस्क्यू कार्य के दौरान, एक महिला गाड़ी से छिटककर लगभग 80 मीटर नीचे झाड़ियों में अटकी हुई थी। एसडीआरएफ टीम द्वारा नीचे उतरते समय खोजबीन करते हुए उसे रेस्क्यू कर, रोड़ हेड तक लाकर अस्पताल भिजवाया गया है। उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ की एक अन्य टीम इंस्पेक्टर कवीन्द्र सजवाण के नेतृत्व में एम्स, ऋषिकेश में उपस्थित है। जिसने एयरलिफ्ट किये जाने वाले घायलों को हेली से उतारकर अस्पताल पहुँचाया।
खबर लिखे जाते समय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ऋषिकेश एम्स में उपचाराधीन घायलों की स्थिति जानने पहुंचे हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स के माध्यम से अपनी संवेदना व्यक्त की हैं। उन्होंने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए और घायलों को पचास-पचास हजार रुपए का मुआवजा देने के भी निर्देश दिए हैं।