पटना। बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने मंगलवार को कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के लोकसभा में दिए गए बयान पर बिफरते हुए कहा कि सोने का चम्मच लेकर पैदा लेने वाले आज हिंदुओं का अपमान कर रहे हैं। पहले हिंदू को गाली देते हैं और चुनाव में जनेऊ पहनकर मंदिर जाते हैं। सिन्हा ने जोर देकर कहा कि उन्होंने इस्लाम के चित्र को दिखाया है। इस्लाम में चित्र पर प्रतिबंध है, यह तुष्टिकरण की राजनीति की पराकाष्ठा है। झूठ और लोभ की राजनीति लोकतंत्र को कमजोर तो करती ही है, इससे सदन की गरिमा भी गिरती है।
पटना में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत ही ऐसी भूमि है जहां से अहिंसा परमो धर्म का भाव निकला है। भारत युद्ध को नहीं बुद्ध को मानता है। सभी धर्मों का उद्गम स्थल सनातन रहा है, सृष्टि के साथ सत्य की उत्पत्ति हुई है। ये ईश्वर की शपथ नहीं लेंगे, सत्य और निष्ठा की शपथ लेंगे, क्योंकि इन्हें ईश्वर पर विश्वास नहीं है। जो भारत की संस्कृति को नहीं स्वीकारते, उसे भारत के लोग भी स्वीकार नहीं करते।
उप मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राहुल गांधी का भाषण झूठ पर आधारित था और एक विपक्ष के नेता के लिए गैर जिम्मेदाराना है। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि कांग्रेस के लिए यह पुरानी नीति रही है। पहले उनके परनाना पंडित नेहरू ने हिन्दू धर्म की आस्था से खिलवाड़ किया, उसके बाद उनकी दादी इंदिरा गांधी ने बार-बार हिन्दू धर्म को नीचा दिखाया। उनके पिता ने तुष्टिकरण की राजनीति को हवा देकर हिन्दू धर्म मानने वाले लोगों को दोयम दर्जे का नागरिक बनाने का प्रयास किया। भारतीय संस्कृति को ये लोग नहीं अपना पा रहे हैं। इस कारण ऐसी भाषा निकलती है।
उन्होंने राहुल गांधी के सावन महीने में मटन खाने के सवाल कर कहा कि सावन में मटन खाकर क्या संदेश देना चाहते हैं? राहुल गांधी इस पद के लायक नहीं हैं, वो आज नरसंहार के पोषक राजद के साथ हैं तो पश्चिम बंगाल में उपद्रव फैलाने वाली ममता के साथ खड़े हैं। कांग्रेस के नेता पहले भी हिन्दू आतंकवाद की बात करते थे। राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा कि वे बार बार शक्ति से लड़ने की बात करते हैं, लेकिन उन्हें ज्ञान ही नहीं है कि शिव और शक्ति साथ हैं।