नई दिल्ली। राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता पहलवान विनेश फोगाट ने यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) को चुनाव न कराने के लिए तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के बाद डब्ल्यूएफआई के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह की आलोचना की है।
राष्ट्रीय कुश्ती संचालन संस्था को जून में चुनाव कराने थे। दुर्भाग्य से, विभिन्न राज्य इकाइयों द्वारा पेश की गई कई कानूनी चुनौतियों के कारण इन चुनावों में काफी देरी का सामना करना पड़ा।
फिर, नए प्रशासकों को चुनने के लिए चुनाव 12 अगस्त को होने थे, लेकिन हरियाणा कुश्ती संघ (एचडब्ल्यूए) की एक याचिका के बाद पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय द्वारा अगले आदेश तक डब्ल्यूएफआई चुनावों पर रोक लगाने के बाद इसमें और देरी हो गई।
विनेश ने ‘एक्स’ पर लिखा, “बृजभूषण के कारण भारतीय कुश्ती को कितना नुकसान हुआ है। अगर इसका सही आकलन किया जाए तो सही तस्वीर सामने आ जाएगी। इस माफिया के कारण तिरंगे का अपमान हुआ है।”
डब्ल्यूएफआई चुनाव में देरी के कारण, यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने गुरुवार को भारतीय निकाय को निलंबित कर दिया जिससे यह स्पष्ट हो गया कि भारतीय पहलवानों को अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में यूडब्ल्यूडब्ल्यू ध्वज के तहत लड़ना होगा।
इससे पहले ओलंपिक कांस्य पदक विजेता पहलवान बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक ने गुरुवार को भारतीय कुश्ती के लिए काला दिन बताया, क्योंकि खेल की राष्ट्रीय संस्था को अंतर्राराष्ट्रीय संस्था यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने समय पर चुनाव न कराने के कारण निलंबित कर दिया है।
युवा मामले और खेल मंत्रालय और भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने बजरंग, साक्षी और विनेश के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पहलवानों के विरोध के बाद दिन-प्रतिदिन के कार्यों के संचालन के लिए एक निगरानी समिति का गठन किया था, जिसके बाद से भारतीय कुश्ती महासंघ मुश्किल में है।
विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न और समग्र कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए दिल्ली में जंतर मंतर पर धरने पर बैठे थे।