मेरठ। मेरठ—बड़ौत मार्ग की जर्जर हालत को लेकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। इस दौरान लोगों ने जाम लगाकर भूख-हड़ताल की चेतावनी दे डाली।
जनपद में मेरठ—बड़ौत मार्ग की जर्जर हालत को लेकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। आक्रोशित लोगों ने मेरठ—बड़ौत मार्ग पर बिनौली बस स्टैंड के पास मार्ग को अवरुद्ध कर प्रदर्शन किया। इस दौरान सूचना पर पहुंची पुलिस के साथ उनकी नोकझोंक हुई। इस दौरान लोगों ने सांकेतिक धरना देकर नाराजगी जताई। किसी तरह पुलिस ने उन्हें समझा-बुझाकर शांत किया। लोगों ने मार्ग का जल्द निर्माण न होने पर भूख-हड़ताल की चेतावनी दी।
लोगों ने कहा कि यह मार्ग दोनों जनपदों का मुख्य मार्ग है। वर्ष 2018 में बड़ौत से बरनावा गांव के पास हिंडन नदी तक लगभग 15 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण तकरीबन 10 लाख रुपयों में कराया था। लेकिन उसके दो साल बाद यानी वर्ष 2020 में ही मार्ग फिर से टूट गया। अब सड़क में गड्ढे ही गड्ढे दिखाई देते हैं। सड़क की हालत अब बेहद जर्जर हो गई है। सड़क में कदम-कदम पर गड्ढे हो गए हैं।
वहीं, दुपहिया वाहन चालक तो रोड़ियों पर फिसलकर गिर जाते हैं। बड़ौत और लोहड्डा गांव के बीच सड़क पूरी तरह जर्जर हो गई है। वाजिदपुर गांव में सड़क चलने लायक नहीं रह गई है। वहीं, गन्ना सीजन में किसानों को गन्ना क्रय केंद्रों पर गन्ना ले जाने में परेशानी होती है तो क्रय केंद्रों से चीनी मिलों में गन्ना ढोने वाले वाहनों को भी मुश्किल होती है।
इसके अलावा नागेश्वर मंदिर से जौहड़ी तक गड्ढे ही गड्ढे दिखाई देते हैं। इस दौरान सूचना पर पहुंची पुलिस के साथ उनकी नोकझोंक हुई। किसी तरह पुलिस ने उन्हें समझा-बुझाकर शांत किया। लोगों ने मार्ग का जल्द निर्माण न होने पर भूख-हड़ताल की चेतावनी दी।