जयपुर। मौसमी तंत्र में एक बार फिर बदलाव हुआ है। रविवार दोपहर राजधानी जयपुर में ओलों के साथ तेज बारिश हुई है। बारिश के बाद तापमान में तीन से पांच डिग्री की गिरावट आई है। राजस्थान के कई जिलों में रविवार को ओले गिरने के साथ बारिश हुई। जयपुर, अलवर, बांसवाड़ा में दोपहर में अचानक मौसम बदला और बादल उमड़ने लगे। दिन में ही शाम का अहसास होने लगा। प्रदेश के कई इलाकों में सुबह-सुबह धुंध छाई रही। मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो दिन तक यह सिस्टम सक्रिय रहेगा। इसके बाद 21-22 मार्च को बारिश का दौर हल्का हो जाएगा।
मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार बरसात के बाद राजधानी सहित प्रदेश के विभिन्न इलाकों के दिन के तापमान में गिरावट आई है। जयपुर में दोपहर बाद बारिश होने से तापमान में पांच डिग्री तक की गिरावट आई है। इसके अलावा अजमेर, भीलवाड़ा, चूरू और जोधपुर में चार डिग्री तक तापमान में गिरावट आई है। मौसम विभाग ने रविवार को जयपुर, अजमेर, कोटा, भरतपुर और उदयपुर संभाग में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने की घोषणा की थी। राजधानी में सुबह तीखी धूप के बाद दोपहर में बादल छा गए। इसके बाद शहर के अधिकांश इलाकों में तेज बारिश हुई। कई स्थानों पर बारिश के साथ छोटे आकार के ओले भी पड़ने की सूचना है। मौसम विभाग ने सोमवार को भी जयपुर सहित पूर्वी राजस्थान के अधिकांश संभागों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना जताई है। एक दर्जन जिलों में मेघगर्जन के साथ वज्रपात की संभावना भी जताई है।
मौसम केन्द्र जयपुर के अनुसार दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान के ऊपर फिलहाल एक परिसंचरण तंत्र बना हुआ है। अगले 24 घंटे में एक नया पश्चिमी विक्षोभ प्रभावी होगा। जिससे अगले दो दिन जोधपुर, बीकानेर, अजमेर, जयपुर, उदयपुर, कोटा, भरतपुर संभाग में तीव्र मेघगर्जन और आंधी- बारिश में बढोतरी होगी। इस दौरान कहीं-कहीं ओलावृष्टि होने की प्रबल संभावना है। मेघगर्जन, बारिश गतिविधियों में 21-22 मार्च को कुछ कमी होने तथा केवल छिटपुट स्थानों पर आंधी बारिश होने की संभावना है।
मौसम केन्द्र जयपुर के अनुसार वायुमंडल के ऊपरी सतहों में एक नया पश्चिमी विक्षोभ और निचली सतहों में पूर्वी राजस्थान के ऊपर रविवार को एक सिस्टम बना हुआ है। अगले 24 घंटे में एक नया पश्चिमी विक्षोभ प्रभावी होगा। इससे अगले 48 घंटों के दौरान आंधी बारिश तेज होगी। इसके असर से अगले दो दिन जोधपुर, बीकानेर, अजमेर, जयपुर, उदयपुर, कोटा, भरतपुर संभाग में बादल के साथ बिजली गिरने की भी आशंका है। साथ ही, आंधी-बारिश हो सकती है। कई जगहों पर ओले गिरने की भी आशंका है। इससे पहले शनिवार को भी राज्य के कई जिलों में बारिश के साथ ओले गिरे थे। मौसम में बदलाव से सर्दी का अहसास होने लगा है।
जयपुर के चौमूं में बारिश के साथ ओले गिरे। इससे मौसम ठंडा हो गया। लोगों ने एक बार फिर गरम कपड़े निकाल लिए हैं। अलवर जिले के ग्रामीण इलाकों में रविवार दोपहर जोरदार बारिश हुई। नारायणपुर कस्बे में दोपहर 1.30 से 2 बजे तक हुई बारिश के बाद बाजार में पानी भर गया। इलाके के किसान गेहूं की खेत में खड़ी फसल को लेकर चिंतिंत हैं। लगातार हो रही बारिश से फसल को भारी नुकसान की आशंका है। बांसवाड़ा में अचानक मौसम में बदलाव आने से क्षेत्र में रिमझिम बारिश हुई। आंधी के साथ-साथ ओले भी गिरे। जिले के आनंदपुरी बोरी, बिलोदा, अरथूना, नौगामा क्षेत्र में बारिश हुई। खेत में गेहूं की कटी हुई फसलें भी कुछ जगह खराब हुई हैं। सीकर के मौसम में आज बड़ा बदलाव देखने को मिला। सीकर के फतेहपुर सहित आसपास के इलाकों में सुबह कोहरा छाया रहा। कोहरे के चलते विजिबिलिटी करीब 50 से 60 मीटर रही। फिलहाल मौसम विशेषज्ञों की मानें तो सीकर में आज और कल भी बारिश का अलर्ट है। इसके बाद 22 मार्च से मौसम में बदलाव होने की संभावना है।
रविवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला कोटा में तालेड़ा के अलकोदिया और बरुन्धन गांव में बारिश से खराब हुई फसलों का जायजा लेने पहुंचे थे। उन्होंने अलकोदिया और बरुन्धन गांव का दौरा किया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला किसानों के बीच में पहुंचे उनकी फसलों को देखा। किसानों की पीड़ा सुनी। उन्होंने किसानों को आश्वासन दिया कि किसानों के हुए नुकसान का मुआवजा उन्हें दिलवाया जाएगा। किसानों के नुकसान को लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा- जब कोटा बूंदी क्षेत्र में ओलावृष्टि जानकारी मिली तो उसके बाद प्रदेश सरकार से इस संबंध में चर्चा हुई। गिरदावरी को लेकर चर्चा की गई थी। इसी बीच फिर से बारिश और ओलावृष्टि हो गई।