नोएडा । नोएडा के सेक्टर-30 स्थित जिला अस्पताल में बीते सप्ताह जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा को औचक निरीक्षण के दौरान एक मरीज ने एक वार्ड बाॅय पर इलाज के नाम पर नजराना मांगने का आरोप लगाया था। मरीज के आरोप लगाते ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया था।
यह मामला अभी सुर्खियों में ही था कि बिसरख स्थित स्वास्थ्य केंद्र पर एक अपराधी की मेडिकल रिपोर्ट बनाने के लिये पुलिस कर्मियों से ही स्वास्थ्य विभाग के एक कर्मचारी ने 25 हजार का नजराना मांग लिया। जिला अस्पताल के मामले में आज सीएमएस डॉ राजेंद्र कुमार ने वार्ड व्वाय सुनील को निलंबित कर दिया है। दूसरे मामले में कब कार्यवाही होगी यह भी अधर में लटका हुआ है।
गौरतलब है कि नोएडा के छलेरा गांव में में रहने एक युवक से टांका लगाने के नाम पर वार्ड ब्वाय सुनील ने तीन हजार रुपये की नजराना मांगी थी। इस मामले की पीडित युवक ने बीते सप्ताह जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा द्वारा जिला अस्पताल का किए गए निरीक्षण के दौरान उन्हें पता चला कि जिला अस्पताल में व्यवस्था ठीक नहीं है। उन्होंने मौके पर ही मामले की जांच कराने का निर्देश सीएमएस को दी थी। सीएमएस द्वारा जांच में मामला सही पाया गया है।
सीएमएस डा. राजेंद्र कुमार ने बताया कि वार्ड व्वाय को निलंबित कर दिया गया है। आगे की कार्रवाई के लिए विभाग को पत्र लिखा है। सीएमएस ने बताया कि मामले की जांच के लिए तीन डाक्टरों की कमेटी गठित की गई थी। लिखित शिकायत मिलने के बाद प्राथमिक जांच में वार्ड व्वाय के खिलाफ आरोप सिद्ध हुआ है। उन्होंने बताया कि वार्ड ब्वाय को निलंबित कर दिया है।
बता दें कि जिला अस्पताल में तैनात कर्मचारियों पर इस तरह के आरोप लगना कोई खास बात नहीं है। नजराना मांगने का आरोप दशकों पूर्व भी थे, जो आज तक बरकरार है।