नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में एक भी सीट जीतने में विफल रही कांग्रेस पार्टी पर गृह मंत्री अमित शाह ने तीखा हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “एक पार्टी जब परिवार वंदन में लग जाए, तब उसकी क्या दुर्दशा होती है, इसका सबसे बड़ा उदाहरण कांग्रेस है। जिस दिल्ली में आज से एक दशक पहले कांग्रेस की 15 साल सरकार रही, वहां 2014 के बाद हुए 6 चुनावों में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला है।
इस विधानसभा चुनाव में 70 में से 67 सीटों पर कांग्रेस की जमानत जब्त हो गई है। राहुल गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस को अगर कहीं स्थायित्व मिला है, तो वह शून्य (0) में मिला है। यह एक परिवार की सेवा में समर्पित कांग्रेस की देशभर में स्थिति को दर्शाता है।” 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा को 48 सीटों पर जीती मिली है, जबकि आप को 22 सीटें मिली हैं। कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली है। इससे पहले, दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणामों पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि वह दिल्ली की जनता जनादेश को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं।
कांग्रेस नेता ने एक्स पर लिखा, “दिल्ली का जनादेश हम विनम्रता से स्वीकार करते हैं। प्रदेश के सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उनके समर्पण और सभी मतदाताओं को उनके समर्थन के लिए दिल से धन्यवाद। प्रदूषण, महंगाई और भ्रष्टाचार के विरुद्ध दिल्ली की प्रगति और दिल्लीवासियों के अधिकारों की यह लड़ाई जारी रहेगी।” दिल्ली कांग्रेस प्रमुख देवेंद्र यादव ने भी चुनाव परिणामों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे इस बात का स्पष्ट संकेत हैं कि दिल्ली की जनता ने अरविंद केजरीवाल की झूठ और छल की राजनीति को नकार दिया है। हम अपनी कमियों और गलतियों की समीक्षा करेंगे और दिल्ली की जनता की सेवा करते रहेंगे। हम हर पल दिल्ली की जनता के साथ खड़े रहेंगे। जनता का जनादेश सर्वोच्च है।”