नई दिल्ली। खाने-पीने के सामानों में गिरावट के कारण थोक महंगाई दर भी अक्टूबर में घटकर-0.52 फीसदी पर आ गई है। अप्रैल से लगातार यह सातवां महीना है, जब थोक महंगाई दर शून्य से नीचे रही है। इससे पहले सितंबर में थोक महंगाई -0.26 फीसदी थी।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने मंगलवार को जारी आंकड़ों में बताया कि थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित थोक महंगाई दर अक्टूबर में घटकर -0.52 फीसदी रही है। अक्टूबर, 2022 में डब्ल्यूपीआई आधारित थोक महंगाई दर 8.67 फीसदी थी। इससे पिछले महीने सितंबर में यह -0.26 फीसदी थी। अगस्त में यह-0.52 फीसदी रही थी। डब्ल्यूपीआई आधारित थोक महंगाई अप्रैल से लगातार शून्य से नीचे है। थोक महंगाई दर में गिरावट की वजह रासायनिक उत्पादों, खनिज तेल और कपड़ा आदि है।
आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर महीने में खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर घटकर 2.53 फीसदी पर आ गई है, जो सितंबर में 3.35 फीसदी थी। ईंधन एवं बिजली खंड की महंगाई -2.47 फीसदी रही है, जो सितंबर में -3.35 फीसदी थी। इसी तरह विनिर्मित उत्पादों की महंगाई अक्टूबर में -1.13 फीसदी रही, जबकि सितंबर में -1.34 फीसदी थी। मंत्रालय ने कहा कि अक्टूबर में थोक महंगाई शून्य से नीचे रहने की मुख्य वजह पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में रसायनों और रासायनिक उत्पादों, बिजली, कपड़ा, बुनियादी धातुओं, खाद्य उत्पादों, कागज और कागज उत्पादों आदि की कीमतों में गिरावट रही है।
राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (एनएसओ) की ओर से पिछले जारी आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर सालाना आधार पर घटकर 5 महीनों के निचले स्तर 4.87 फीसदी पर आ गई है।