ऐसा क्यों होता है कि एक जैसे दिखने वाले लोगों में से कई बहुत सफल होते हैं, तो कोई असफल। आखिर वह कौन सा तत्व है, जो व्यक्तियों की असफलता की ओर धकेलता है।
वह तत्व है कमजोर इच्छा शक्ति। कमजोर इच्छाशक्ति से अभिप्राय उस इच्छा या कार्य से है, जो हम सभी कभी न कभी यह जानते या महसूस करते हैं कि हमें कुछ करना चाहिए या कोई काम हमारे हित में रहेगा, परन्तु हम यही करते नहीं। यह बड़ी समस्या है, काम करने में आना वाला सबसे बड़ा अवरोधक है। यही कारण है कि अनेक लोग अपने बढ़िया विचारों और योजनाओं को मस्तिष्क में लिए ही इस दुनिया से चले जाते हैं, क्योंकि वे कमजोर इच्छाशक्ति की स्थिति में रहकर कभी उन विचारों अथवा उन योजनाओं को मूर्त रूप देने की कोशिश ही नहीं करते। यदि वे कोशिश करते तो शायद दुनिया में अनगिनत अविष्कार की हुई और भी वस्तुएं होती, जिनसे मानव समाज लाभ उठा रहा होता।
यदि किसी समय आपके मन में कोई विचार या योजना आती है, तो उस पर तुरन्त अमल करें। कमजोर इच्छाशक्ति व्यक्ति को बड़े कार्य करने से रोकती है। इसलिए सदैव सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ें और उस काम को तुरन्त आरम्भ कर दें।