वह कौन सा जीवन है, जिसमें मरण नहीं। वह कौन सा विलास है, जिसमें विनाश नहीं। वह कौन सा संयोग है, जिसमें वियोग नहीं। वह कौन सा सुख है, जिसमें दुख नहीं। वह कौन सा वैभव है, जिसमें चंचलता नहीं। वह कौन सी आयु है, जिसमें क्षणभंगुरता नहीं। वह कौन सा हर्ष है, जिसमें विषाद नहीं।
वह कौन सा उदय है, जिसमें अस्त नहीं। वह कौन सा प्रणय है, जिसमें पीड़ा नहीं। वह कौन सी उन्नति है, जिसमें पतन नहीं। वह कौन सा हास्य है, जिसमें रूदन नहीं। वह कौन सा भोग है, जिसमें रोग नहीं। वह कौन सी सम्पदा है, जिसमें विपदा नहीं। वह कौन सा संचय है, जिसमें क्षय नहीं। वह कौन सी अवस्था है, जिसमें द्वन्द नहीं।
वह कौन सी दिशा है, जिसमें भय नहीं है। वह कौन सी आशा है, जिसमें निराशा नहीं। वह कौन सी सफलता है, जिसमें विफलता नहीं। वह कौन सा घर है, जिसमें मृत्यु नहीं? निश्चित ही इन सबका उत्तर ना होगा।