समय गतिशील है। वह किसी के राके नहीं रूकता बहुत जतन करने के बाद भी हम समय को बांध नहीं सकते, रोक नहीं सकते। धीरे-धीरे वर्ष 2024 बीत गया। नये वर्ष ने दस्तक दे दी है। थोड़ा रूककर विचार करें कि गत वर्ष में हमारी उपलब्धियों ने हमें कितना संतुष्ट किया, हमने कहां गलती की ताकि उन्हें सुधार कर नये वर्ष में सफलता के नये सोपान छुए।
अपने परिवार, समाज और देश के लिए हमारे जो कर्तव्य है उन कर्तव्यों का निर्वहन कितनी निष्ठा, कितनी ईमानदरी और परिश्रम से किया गया। कया हम केवल अपने स्वार्थों की पूर्ति में ही लगे रहे अथवा परहित के भी कुछ काम किये या नहीं? नये वर्ष के आरम्भ में हम अपना लक्ष्य निर्धारित करें उन्हें परिश्रम और ईमानदारी से पूरा करने का भरसक प्रयास करें।
गत वर्ष की उपलब्धियों ने यदि आपको संतुष्ट किया हो तो अहंकार शून्य रहकर उसे प्रभु की कृपा मानकर आगे की योजनाओं में अपनी ऊर्जा का सदुपयोग करे। सभी को नववर्ष में खुशियां प्राप्त हो, सभी के लिए प्रगति का मार्ग प्रशस्त हो। नववर्ष सभी का मंगल करे, कल्याण करे, ईश्वर से यही प्रार्थना करें।