चंडीगढ़। पंजाब के संगरूर में तीन दिन से जहरीली शराब ने मौत का तांडव मचा रखा है। दिड़बा के गांव गुज्जरां में नौ लोगों की मौत का दर्द कम भी नहीं हुआ था कि गुरुवार से सुनाम की टिब्बी रविदासपुरा बस्ती में लोग दम तोड़ने लगे। यहां भी कारण जहरीली शराब ही बना।
पुलिस उपमहानिरीक्षक हरचरण सिंह भुल्लर ने बताया कि इस घटना में अबतक 21 लोगों की जान चली गई है। हमने इस मामले में दो नई गिरफ्तारियां की हैं। जांच चल रही है तथा अपराधी बख्शे नहीं जायेंगे। पुलिस ने पहले कहा था कि नकली शराब की बिक्री लोकसभा चुनाव से पहले मतदाताओं को लुभाने की कोशिश का हिस्सा हो सकती है। बुधवार को कथित रूप से नकली शराब पीने के बाद पांच लोगों को मौत हो गई थी जबकि कुछ को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अगले दिन, तीन और लोगों ने पटियाला के राजिंद्र अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। बृहस्पतिवार देर रात को दो और लोगों की मौत हो गई जबकि शुक्रवार सुबह चार अन्य ने दम तोड़ दिया। इस तरह इस घटना में अबतक 21 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। अब तक जहरीली शराब पीने के बाद अलग अलग अस्पतालों में कुल 40 लोग पहुंचे थे। जिनमे पटियाला राजिंद्ररा अस्पताल में 10 और संगरूर अस्पताल में 6 लोगों का अभी भी इलाज चल रहा है। जिनमे से संगरूर सिविल अस्पताल में से 2 मरीज और राजिंद्रा अस्पताल में से 1 मरीज इलाज के चलते अस्पताल से भाग गए हैं।
टिब्बी रविदासपुरा बस्ती की लोगों ने बताया कि यहां शराब का धंधा सरेआम चलता है। सस्ती व खुल शराब देने का लालच देकर लोगों को मौत के घाट उतारा जा रहा है। स्थानीय लोगों के अनुसार यहां खुले सरसों के तेल की तरह 10-10 रुपये में शराब का पैग बनाकर बेचा जाता है।