नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि महिलाएं और बेटियां भारत के सपनों को पूरा कर रहे हैं और नारी शक्ति ही भारत की प्राण वायु है।
मोदी ने रविवार को आकाशवाणी पर अपने मासिक कार्यक्रम मन की बात के 99 वें संस्करण में राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में अपना परचम लहरा रहीं हैं और अपना अलग स्थान बना रही हैं।
ऐसी सभी महिलाएं, बेटियां भारत और भारत के सपनों को ऊर्जा दे रही हैं। नारीशक्ति की ये ऊर्जा ही विकसित भारत की प्राणवायु है।
उन्होंने कहा,“ यह नवरात्र का समय है, शक्ति की उपासना का समय है। आज, भारत का जो सामर्थ्य नए सिरे से निखरकर सामने आ रहा है, उसमें बहुत बड़ी भूमिका हमारी नारी शक्ति की है। हाल-फिलहाल ऐसे कितने ही उदाहरण हमारे सामने आये हैं। आपने सोशल मीडिया पर, एशिया की पहली महिला लोको पायलट सुरेखा यादव जी को जरुर देखा होगा। सुरेखा जी, एक और कीर्तिमान बनाते हुये वंदे भारत एक्सप्रेस की भी पहली महिला लोको पायलट बन गई हैं।”
प्रधानमंत्री ने ऑस्कर जीतने वाले गुनीत मोंगा और कार्तिकी गोंज़ाल्विस का उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी डॉक्यूमेंट्री एलीफेंट विहस्पर्स ने ऑस्कर जीतकर देश का नाम रौशन किया है|
उन्होंने कहा कि देश के लिए एक और उपलब्धि भाभा आणविक शोध केंद्र की वैज्ञानिक ज्योतिर्मयी मोहंती ने भी हासिल की है। सुश्री ज्योतिर्मयी को रसायन विज्ञान और रसायनिक इंजीनियरिंग के क्षेत्र में आई यू पी ए सी का विशेष पुरस्कार मिला है। इस वर्ष की शुरुआत में ही भारत की अंडर -19 महिला क्रिकेट टीम ने टी-20 विश्व कप जीतकर नया इतिहास रचा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राजनीति में नई शरुआत नागालैंड में हुई है। नागालैंड में 75 वर्षों में पहली बार दो महिला विधायक जीतकर विधानसभा पहुंची है। इनमें से एक को नागालैंड सरकार में मंत्री भी बनाया गया है। राज्य के लोगों को पहली बार एक महिला मंत्री भी मिली हैं। तुर्की में भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में राहत के लिए गई राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की महिला सदस्यों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके साहस और कुशलता की पूरी दुनिया में तारीफ़ हो रही है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र मिशन के तहत शांतिसेना में महिला पलटन की भी तैनाती की है।
मोदी ने कहा कि देश की तीनों सेनाओं में भी महिलाएं शौर्य का झंडा बुलंद कर रही हैं। ग्रुप कैप्टन शालिजा धामी काम्बेट यूनिट में कमांड अपॉइंटमेंट पाने वाली पहली महिला वायुसेना अधिकारी बनी हैं। उनके पास करीब तीन हजार घंटे की उड़ान का अनुभव है। इसी तरह, भारतीय सेना की जांबाज कैप्टन शिवा चौहान सियाचिन में तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी बनी हैं। सियाचिन में जहाँ पारा शून्य से 60) डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है, वहां शिवा तीन महीनों के लिए तैनात रहेंगी।