नई दिल्ली। दिल्ली जल बोर्ड ने अपने उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती के अनुसार दूषित पानी के स्थायी समाधान की दिशा में एक कार्य योजना तैयार करना शुरू कर दिया है।
इस दिशा में भारती ने विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के विधायकों और शीर्ष अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें दूषित जल आपूर्ति से प्रभावित क्षेत्रों की पहचान की गई और ऐसे क्षेत्रों की एक विस्तृत सूची तैयार की गई।
भारती ने कहा, “मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निर्देशों के अनुसार, डीजेबी दूषित जल आपूर्ति की समस्या से निपटने के लिए पारंपरिक तरीकों के स्थान पर आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करेगा। डीजेबी ने हीलियम गैस या आधुनिक कैमरा सिस्टम की मदद से पाइपलाइन लीकेज को ठीक करने की संभावनाओं का पता लगाना शुरू कर दिया है।”
उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली के लोगों को स्वच्छ पानी की आपूर्ति के लिए धन की कोई कमी नहीं होगी।
यह पहली बार था कि सभी 70 विधायकों के साथ इस तरह की बैठक की गई और दिल्ली के चुनिंदा क्षेत्रों में दूषित जल आपूर्ति की समस्या का स्थायी समाधान बनाने के लिए एक कार्य योजना तैयार की गई।
डीजेबी उन बिंदुओं की भी पहचान करेगा जहां पानी दूषित होता है।
बैठक में डीजेबी अधिकारियों ने कहा कि बारिश के मौसम में अक्सर देखा जाता है, जब दिल्ली के कुछ इलाकों में संकरी गलियों में जलभराव हो जाता है, तो कुछ घरों में दूषित पानी की आपूर्ति की शिकायत होने लगती है। दूषित जल के सेवन से लोग अनेक प्रकार की बीमारियों से ग्रस्त हो जाते हैं।