गाजियाबाद। दिल्ली का कूड़ा उत्तर प्रदेश के जिला गाजियाबाद में डाला जा रहा था। गाजियाबाद की मेयर सुनीता दयाल ने एमसीडी दिल्ली के ऐसे 9 ट्रक पकड़े हैं, जिनमें कूड़ा भरकर लाया गया था। इस मामले में गाजियाबाद में गार्बेज फैक्ट्री चलाने वाली कंपनी की मिलीभगत सामने आई है, जिसके कहने पर ये ट्रक दिल्ली से यहां लाए जाते थे। इस मामले में कंपनी के खिलाफ थाना नंदग्राम में एफआईआर दर्ज की गई है।
एसीपी रवि कुमार सिंह ने बताया, थाना नंदग्राम में नगर निगम के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी एमके सिंह ने एक एप्लीकेशन दी। इसमें कूड़ा निस्तारण कंपनी जिरॉन द्वारा कूड़ा निस्तारण में हुई अनियमितता के संबंध में बताया गया है। मामले में कंपनी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और कार्रवाई की जा रही है।
मेयर सुनीता दयाल ने बताया, काफी समय से सूचनाएं मिल रही थीं कि दिल्ली का कूड़ा गाजियाबाद में डंप किया जा रहा है। शुक्रवार को टीम के साथ उन्होंने नंदग्राम थाना क्षेत्र के गांव मोरटा में निरीक्षण किया। यहां पर एमसीडी दिल्ली के 9 ट्रक खड़े पाए गए, इनमें कूड़ा था। इन्हें यहां लैंडफिल साइट पर कूड़ा डंप करने के लिए लाया गया था। मेयर ने पुलिस को बुलाकर इन 9 ट्रकों को जब्त करवा दिया।
मोरटा में गार्बेज फैक्ट्री का संचालन जिरॉन कंपनी करती है। ये कंपनी दिल्ली से आने वाले इन ट्रकों की तुलाई अपनी फैक्ट्री साइट पर अपने खर्चे पर कराती है और फिर कूड़ा निस्तारण के बाद इसका खर्च भी गाजियाबाद नगर निगम से हो रहा था। ऐसे में स्पष्ट है कि दिल्ली का कूड़ा भी यहां निस्तारित करके गाजियाबाद नगर निगम को रोजाना मोटा चूना लगाया जा रहा था। बता दें कि ये कंपनी हर महीने कूड़ा निस्तारण के नाम पर गाजियाबाद नगर निगम से करीब एक से डेढ़ करोड़ रुपए वसूलती है।