बागपत। बड़ौत शिकोहपुर गांव के मुख्य गेट के पास बने देशी शराब के ठेके को हटवाए जाने की मांग को लेकर गुरुवार को काफी संख्या में महिलाओं ने ठेके पर पहुंचकर हंगामा किया। इसके बाद सभी महिलाओं ने गांव के मुख्य गेट पर धरना शुरू कर दिया।
महिलाओं का आरोप है कि पुलिस ने रविवार को ठेका बंद कराया था, लेकिन इसे फिर खोल दिया गया। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। चेतावनी दी कि यदि यहां से ठेका नहीं हटाया गया तो उग्र आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।
महिलाओं ने कहा कि जिस जगह शराब का ठेका स्थापित किया गया है, वह गांव का मुख्य रास्ता है। शराब के ठेके से चंद कदम पर ही मंदिर, प्राथमिक विद्यालय व अन्य स्कूल हैं। वहीं गांव से बहन-बेटियां जॉब करने और बच्चे स्कूल भी जाते हैं।
आरोप लगाया कि ठेके पर पूरे दिन शराबियों का जमघट रहता है। इससे यहां से गुजरने वाली महिलाएं व युवतियां खुद को असहज महसूस करती हैं। स्कूल आने-जाने वाली छात्राओं के साथ भी शराबी छेड़छाड़ का प्रयास करते हैं। इस कारण शराब के ठेके की वजह से उन्हें काफी दिक्कतों का सामने करना पड़ रहा है।
महिलाओं ने कहा कि इसका प्रभाव गांव के बच्चों पर बुरा पड़ेगा। शराबी महिलाओं व युवतियां पर गंदी नजर रखते हैं और गलत टिप्पणी भी करते हैं, इसलिए वे इस ठेके को यहां से हटवाना चाहती हैं। कई बार उन्होंने शिकायत भी की है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।