Saturday, April 26, 2025

महिलाओं को अपने अधिकारों के लिए स्वयं लड़ना होगा: मेधा रूपम

नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ मेधा रूपम ने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों के लिए खुद ही लड़ना होगा। महिलाओं को खुद से जुड़े निर्णय करने का अधिकार किसी और को नहीं देना चाहिए।

 

उक्त बातें एसीईओ मेधा रूपम ने कार्यस्थलों पर महिलाओं के लैंगिक उत्पीड़न के प्रति अधिकारियों व कर्मचारियों को जागरूक करने और संवेदनशील बनाने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में आयोजित एक कार्यशाला के दौरान कही। कार्यशाला में हृयूमन टच फाउंडेशन की प्रतिनिधि डॉ उपासना सिंह ने अधिकारियों-कर्मचारियों को कार्यस्थल पर महिलाओं के प्रति संवेदनशील और जागरूक बनाने के लिए जानकारी दी गई। इसी कार्यशाला में शामिल एसीईओ मेधा रूपम ने लड़का-लड़की में हो रहे भेदभाव पर बेबाकी से अपनी बात रखी।

[irp cats=”24”]

 

उन्होंने कहा कि शादी का मतलब लड़कियों का अपने घर से दूसरों के घर जाना नहीं है, बल्कि ये दो परिवारों का मिलन होता है। इसलिए शादी के बाद भी एक लड़की अपने माता-पिता का ख्याल रख सकती है। इसके लिए बेटा होना ही जरूरी नहीं है।

 

उन्होंने कहा कि बहू और बेटी में फर्क को भी खत्म करना होगा। लड़का-लड़की में भेदभाव को खत्म करने की शुरुआत घर से करनी होगी। एक लड़की को भी सभी तरह के गेम में हिस्सा लेने की छूट होनी चाहिए। एसीईओ लक्ष्मी वीएस ने कहा कि लड़कियों को आगे बढ़ने के लिए कोई सीमा तय नहीं की जानी चाहिए। उन्हें भी पूरा अवसर मिलना चाहिए।

 

कार्यशाला में प्राधिकरण की आंतरिक परिवाद समिति की अध्यक्षा अर्चना द्विवेदी, सदस्या रश्मि सिंह, ओएसडी सतीश कुशवाहा, ओएसडी जितेन्द्र गौतम, वरिष्ठ प्रबंधक राजेष कुमार व चेतराम सिंह, प्रबंधक केएम चौधरी व नरोत्तम चौधरी प्राधिकरण के तमाम अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए।

- Advertisement -

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

Related Articles

STAY CONNECTED

80,337FansLike
5,552FollowersFollow
151,200SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय