सहारनपुर। सहारनपुर के विश्व विख्यात लकड़ी की नक्काशी के उद्योग और कारोबार को विश्व स्तरीय तमाम सुविधाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पिलखनी औद्योगिक सर्किल में लोकोपार्जन कंपनी यानि स्पेशल परपच व्हीकल के प्रबंधन में 43.08 एकड़ क्षेत्रफल में वुड कार्विंग की 150 इकाइयां स्थापित की जायेंगी।
उद्योग विभाग की उप निदेशक अंजू रानी ने बुधवार को बताया कि प्रदेश सरकार ने इस औद्योगिक पार्क को विकसित करने के जिला प्रशासन के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान करते हुए 21 करोड़ 28 लाख रूपए की धनराशि स्वीकृत की है। इस धनराशि की अदायगी तीन साल बाद होगी और उस पर केवल एक फीसदी ब्याज चुकता करना होगा।
औद्योगिक पार्क के प्रबंध निदेशक एवं प्रमुख उद्यमी रामजी सुनेजा ने मांग की है कि सरकार जो धनराशि दे रही है उसकी वापसी की अवधि तीन साल से बढ़ाकर पांच साल किया जाए और उसकी अदायगी औद्योगिक इकाइयों के चालू हो जाने के बाद शुरू की जानी चाहिए।
उन्होंने मांग की कि सरकारी एजेंसियां जैसे जीएसटी एवं अन्य संस्थाएं उद्यमियों और कारोबारियों का उत्पीड़न ना करें। पहले यहां इस पार्क को ठीक से विकसित होने दें जब पूरा कारोबार यहां अपनी पूरी क्षमता के साथ शुरू हो जाएगा और विदेशों से निर्यातक यहां पहुंचने लगेंगे तब इन एजेंसियों को अपना काम करने देने की अनुमति अवश्य दी जाए।