Thursday, April 10, 2025

27 सितंबर को ‘विश्व पर्यटन दिवस’….प्रकृति और पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए प्रोत्साहन प्रदान करता है पर्यटन उद्योग

27 सितंबर को ‘विश्व पर्यटन दिवस’ है। हालांकि भारत अपना राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 25 जनवरी को मनाता है। जानकारी देना चाहूंगा कि विश्व पर्यटन दिवस के दिन आज बहुत से देशों में अलग-अलग गतिविधियां, कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। मेले तक लगाये जाते हैं। पर्यटन किसी भी देश के विकास का साक्षी बनता है इसलिए हमें यह चाहिए कि हम विभिन्न पर्यटन स्थलों का विकास करके, उनका संरक्षण करके लोगों के आपसी संपर्क को बढ़ा कर मित्रता व आपसी सहयोग व सद्भाव को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा दें।

जानकारी देना चाहूंगा कि किसी भी देश की अर्थव्यवस्था में पर्यटन का बड़ा योगदान होता है। पर्यटन स्थलों पर देश-विदेश से आने वाले विभिन्न पर्यटक विभिन्न परिवहन साधनों से लेकर होटल, रेस्तरां और पर्यटन स्थलों के टिकट पर व्यय करते हैं और देश को बड़ी आय या इनकम होती है। वास्तव में विदेशी पर्यटकों को अपने देश में आकर्षित करने और पर्यटन के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए हर वर्ष विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है।

पिछले कुछ सालो में विश्व पर्यटन दिवस विभिन्न सरकारों, व्यवसायों और व्यक्तियों, विभिन्न संगठनों के लिए एक साथ आने और इस पर विस्तार से चर्चा करने का एक आवश्यक मंच बन गया है। पाठकों को जानकारी देना चाहूंगा कि पर्यटन आर्थिक विकास (इकोनोमिक डेवलपमेंट) का एक शक्तिशाली चालक है, जो दुनिया के विभिन्न देशों की जीडीपी में अपना महत्वपूर्ण व अभूतपूर्व योगदान देता है और लाखों नौकरियां भी पैदा करता है।

वास्तव में, यह अंतर-सांस्कृतिक समझ को भी बढ़ावा देता है और विविध पृष्ठभूमि के लोगों को एक साथ लाकर शांति, सद्भाव और सौहार्द को भी बढ़ावा देता है।इसके अलावा, यह दिन पर्यटन उद्योग के सामने आने वाले महत्वपूर्ण मुद्दों को संबोधित करने के लिए एक मंच प्रदान करता है। पर्यटन उद्योग में अनेक प्रकार की चुनौतियाँ और अवसर है।वास्तव में, पर्यटन के महत्व को उजागर करने के लिए प्रतिवर्ष 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस के रूप में मनाया जाता है?।

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पर्यटन भी रोजगार का एक साधन है और पर्यटन दुनिया भर में रोजगार का सृजन करने और दुनिया भर के लाखों लोगों के लिए भविष्य बनाने में मदद करता है। जानकारी देना चाहूंगा कि पर्यटन रोजगार का ही सृजन नहीं करता है, अपितु यह(पर्यटन) वैश्विक रूप से, विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक तथा आर्थिक मूल्यों को बढ़ाने में तथा आपसी समझ बढ़ाने में भी सहायता करता है।

मनोरंजन का साधन तो यह है ही। जानकारी देना चाहूंगा कि प्रत्येक वर्ष विश्व पर्यटन दिवस के विषय की यूएनडब्ल्यूटीओ द्वारा कोई न कोई थीम रखी जाती है। पाठकों को जानकारी देना चाहूंगा कि वर्ष 2022 में जहां इसकी थीम ‘पर्यटन पर पुनर्विचार’ रखी गई थी और होस्ट इंडोनेशिया था। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी से पर्यटन को काफी नुकसान हुआ था, इस ओर अधिक ध्यान दिए जाने के लिए यह थीम तय की गई थी।

इसी तरह से वर्ष 2021 की थीम ‘समावेशी विकास के लिए पर्यटन’ रखी गई थी और होस्ट आइवरी कोस्ट था। वर्ष 2020 में थीम ‘पर्यटन और ग्रामीण विकास’ रखी गई थी और होस्ट अर्जेंटीना, ब्राजील और सदस्य सहयोगी थे। इस साल 2023 विश्व पर्यटन दिवस की थीम ‘पर्यटन और हरित निवेश’ (टूरिज्म एंड ग्रीन इंवेस्टमेंट) रखी गई है।

यह भी जानकारी देना चाहूंगा किइस बार सऊदी अरब विश्व पर्यटन दिवस 2023 की मेजबानी कर रहा है।विश्व पर्यटन दिवस 2023 का विषय, ‘पर्यटन और हरित निवेश’ सामयिक और महत्वपूर्ण दोनों है। यह पर्यटन के पर्यावरणीय प्रभाव और टिकाऊ प्रथाओं की आवश्यकता के बारे में बढ़ती जागरूकता को दर्शाता है। जैसे-जैसे पर्यटन उद्योग का विस्तार जारी है, यह अपने साथ कई चुनौतियाँ लेकर आता है, जिनमें बढ़ा हुआ कार्बन उत्सर्जन, निवास स्थान का विनाश और प्राकृतिक संसाधनों पर दबाव शामिल है।

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इन मुद्दों के समाधान के लिए पर्यटन क्षेत्र में हरित निवेश आवश्यक है। यहां पाठकों को यह भी जानकारी देना चाहूंगा कि राष्ट्रीय पर्यटन दिवस की थीम : साल 2022-23 में यह दिवस ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ रखी गई थी । पर्यटन को देश में सबसे अच्छा आय जनरेटर माना जाता है। यह उच्च वित्तीय आय और उच्च वित्तीय सूचकांक ला सकता है, इसलिए पर्यटन बहुत ही महत्वपूर्ण है। जानकारी देना चाहूंगा कि 27 सितंबर का दिन सतत विकास के लिए वर्ष 2030 एजेंडा में उल्लिखित वैश्विक चुनौतियों के बारे में जागरूकता फैलाने और पर्यटन उद्योग द्वारा सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के प्रयासों को रेखांकित करने के लिए भी मनाया जाता है।

पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार वैश्विक निकाय संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (यूएनडब्ल्यूटीओ) 1980 से 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस मना रहा है। यह तारीख इसलिए चुनी गई क्योंकि इसी दिन यूएनडब्ल्यूटीओ ने अपने क़ानून को अपनाया था। क़ानून को वैश्विक पर्यटन क्षेत्र में मील का पत्थर माना जाता है। उल्लेखनीय है कि सितंबर 1979 (टोर्रेमोलिनोस, स्पेन) में एक यूएनडब्ल्यूटीओ महासभा प्रस्ताव पारित किया गया था, जिसमें 1980 से विश्व पर्यटन दिवस की स्थापना की गई थी।

अंत में यही कहूंगा कि पर्यटन एक बड़ा उधोग है जो धन लाता है, रोजगार पैदा करता है, देश के विकास को बढ़ावा देता है , यह प्रकृति और पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए प्रोत्साहन प्रदान करता है। इतना ही नहीं यह अंतरराष्ट्रीय संपर्कों को बढ़ावा देने का काम करता है, यह राष्ट्रों को वैश्विक मानचित्र पर रखने में मदद करता है।
-सुनील कुमार महला

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